नई दिल्लीः लॉकडाउन के दौरान जब पूरी दुनिया में काम काज तकरीबन ठप था. तब मुकेश अम्बानी की रिलायंस मार्केट में 'राजा' के तौर पर उभरी है. 22 अप्रैल से लेकर अभी तक 10 बड़ी डील जिओ प्लेटफॉर्म्स के लिए हो चुकी हैं. रिलायंस जियो की इन डील्स से कुल 104,326.95 करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं.


इसके अलावा इसी लॉकडाउन के दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का राइट्स इशू भी आता है जो 1.59 गुना सब्सक्राइब हो जाता है. भारत के इस सबसे बड़े राइट्स इशू के जरिये कंपनी ने 53,124.20 करोड रुपये जुटाए हैं. इसे निवेशकों का भरोसा ही कहा जायेगा, जिसके बूते पर RIL राइट्स इशू लाती है और लॉक डाउन के इस माहौल में भी 50 हज़ार करोड़ रुपये से ज़्यादा जुटा लेती है.


जिओ प्लेटफॉर्म्स की 10 डील


7 सप्ताह के दौरान जिओ प्लेटफॉर्म्स ने 10 डील की हैं. इन 10 डील के साथ रिलायंस ने कुल 1,04,326.95 करोड़ रुपये हिस्सेदारी बेचकर जुटाए हैं. कंपनी ने कुल 22.38% हिस्सेदारी बेचकर यह रकम जुटाई है. इन डील्स में दुनिया के तमाम नामी निवेशक कंपनियां मौजूद हैं--फेसबुक, सिल्वर लेक पार्टनर्स, विस्टा इक्विटी पार्टनर्स, KKR, ADIA, TPG, जनरल अटलांटिक आदि. इन 10 डील के साथ ही एक और रिकॉर्ड रिलायंस ने बनाया है. ये पूरी दुनिया में किसी भी कंपनी की लगातार धन जुटाने की सबसे बड़ी कवायद बन चुकी है. यह भी बेहद दिलचस्प है कि ये तमाम रिकॉर्ड RIL उस दौर में बना रही है जब दुनिया भर में लॉकडाउन है, चारों तरफ आर्थिक मंदी है.


राइट्स इशू


लॉक डाउन के दौरान RIL ने एक और हिम्मतवाला निर्णय लिया. कंपनी 50 हज़ार करोड़ रुपये से ज़्यादा का राइट्स इशू लेकर आती है. कंपनी को निवेशकों पर भरोसा था और निवेशकों ने वो पूरा भी कर दिया. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड का राइट्स इशू 1.59 गुणा सब्सक्राइब हो जाता है. कंपनी लॉकडाउन के दौरान ही 53,124.20 करोड़ रुपये जुटा लेती है. यह भारत का तो सबसे बड़ा राइट्स इशू बन जाता है. साथ ही साथ बीते 10 सालों में दुनिया का किसी भी गैर-वित्तीय कंपनी का सबसे बड़ा राइट्स इशू बन जाता है.


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