धर्म परिवर्तन मामला: परिवार का दावा- बहला फुसलाकर बेटे का बदला गया धर्म, सोशल मीडिया के ज़रिए उकसाया
नोएडा सेक्टर 93 में रहने वाली शिवानी सक्सेना बताती हैं कि 5 मई 2018 को उनका 17 साल (2018 में 17 साल उम्र थी) का बेटा दर्श घर से चला गया था. जिसके बाद अब तक वापस नहीं लौटा.
नई दिल्ली: हाल ही में यूपी एसटीएफ ने दो लोगों को गिरफ्तार कर यह दावा किया था कि 2 लोगों ने 1000 से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन करवाया है. इस बीच नोएडा सेक्टर 93 में रहने वाले एक परिवार ने यह दावा किया है कि उनके बेटे को भी बहला-फुसलाकर हिंदू से मुसलमान बना दिया गया है. इतना ही नहीं इनका बेटा लगभग 1000 दिन पहले घर छोड़कर जा चुका है. परिवार का दावा है कि बेटे को धर्म परिवर्तन के लिए सोशल मीडिया पर चैटिंग के माध्यम से उकसाया गया. उसे इस कदर अपनी बातों में फंसाया गया कि उसने कलमा पढ़ने से शुरुआत करते हुए इस्लाम धर्म को स्वीकार कर लिया.
परिवार ने 3 साल पहले अपने बेटे की गुमशुदगी नोएडा पुलिस में दर्ज करवाई थी, लेकिन अब तक उनके बेटे का कुछ पता नहीं चल पाया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से ही परिवार को यह जानकारी मिली कि उनके बेटे ने अपना असली नाम दर्श सक्सेना की जगह रेहान अंसारी या मोहम्मद रेहान के नाम रख लिया है.
परिवार लगातार यही गुहार लगा रहा है कि किसी भी तरीके से उनके बेटे का पता ठिकाना मालूम कर लिया जाए, ताकि वे देख सकें कि उनका बेटा सही सलामत है या नहीं. और ये भी मालूम चल सके कि दर्श पर धर्म परिवर्तन करवाने के लिए कहीं कोई दबाव तो नहीं बनाया गया था.
क्या है मामला
नोएडा सेक्टर 93 में रहने वाली शिवानी सक्सेना बताती हैं कि 5 मई 2018 को उनका 17 साल (2018 में 17 साल उम्र थी) का बेटा दर्श घर से चला गया था. जिसके बाद अब तक वापस नहीं लौटा. घर से जाने से पहले उसने कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एक व्यक्ति से उनकी बात करवाई थी, जो बेहद गलत तरीके से बात कर रहा था और यह कह रहा था कि आप दर्श को कैसे रोक सकती हैं. उसकी मर्जी वह जिस मर्जी के साथ रहे.
शिवानी सक्सेना का कहना है कि दर्श आईटीआई का कोर्स कर रहा था और साथ में कीर्ति नगर में स्थित एक कार कंपनी में ट्रेनिंग कर रहा था. 5 मई को जब वह घर से चला गया तो उससे पहले वह ये कह रहा था कि उसे नोएडा से कीर्ति नगर तक आना जाना बहुत मुश्किल हो जाता है. इसलिए वह अपने कंपनी के दोस्तों के साथ रहना चाहता है. शिवानी सक्सेना का कहना है कि उन्होंने कहा था कि पहले उन लोगों से हमें मिलवा दो, उसके बाद अगर हमें उचित लगेगा तो हम तुम्हें उनके साथ रहने की इजाजत दे देंगे. इसी वजह से दर्श ने कॉन्फ्रेंसिंग कॉल के माध्यम से मेरी बात उस व्यक्ति से करवाई थी. लेकिन 5 मई 2018 को दर्श घर से चला गया.
शिवानी का कहना है कि जब वह वापस नहीं लौटा तो हमने पहले उसकी कंपनी में जाकर पता किया. वहां पता चला कि दर्श आया था, लेकिन रुका नहीं. इसी दौरान उसकी कंपनी के लोगों ने यह भी बताया कि दर्श नमाज पढ़ने लगा था और वह मुस्लिम टोपी भी लगाता था. यह सुनकर शिवानी को बहुत अजीब लगा. हालांकि इससे पहले भी शिवानी के एक परिचित ने यह कहा था कि उन्होंने दर्श को मस्जिद में जाते हुए देखा था. शिवानी का कहना है कि एक बार दर्श के बैग से कुछ इस्लामिक किताबें और मुस्लिम टोपी भी मिली थी. जब दर्श से पूछा गया तो उसने बोला कि ये सामान उसके दोस्त का है. माता-पिता को अपने बच्चे पर विश्वास होता है, इसलिए हमने उसकी बात मान ली. हमने नमाज वाली बात भी दर्श से पूछी थी. मस्जिद जाने वाली बात भी दर्श से पूछी थी. तो उसने ये बात भी झुठला दी थी.
फेसबुक प्रोफाइल से सामने आई धर्म परिवर्तन की चैट
शिवानी का कहना है कि जब दर्श लापता हुआ तो हमने उसके फेसबुक प्रोफाइल को चेक किया. उसका पासवर्ड हमारे पास भी था. उसकी चैट में हमने जाकर देखा तो एक महिला के नाम से प्रोफाइल था. जिससे अक्सर दर्श की चैट होती थी. उस चैट को पढ़कर हम हैरान रह गए क्योंकि उसमें वह महिला दर्श को एक तरीके से ट्यूशन दे रही थी कि किस तरीके से उसे इस्लाम धर्म स्वीकार करना है. वह दर्श को कलमा भेजती थी. नमाज कैसे पढ़नी है वह बता रही थी. दर्श उससे सवाल करता है कि अगर मैं सिर्फ कलमा या कुरान पढूं तो वह काफी नहीं है. उसके लिए क्या मुस्लिम धर्म अपनाना जरूरी है? जब ये सारी बातें हमारे सामने आई तो हमें यकीन हो गया कि दर्श को बहला-फुसलाकर उसका धर्म परिवर्तन करवा दिया गया है. और उन्हीं लोगों ने दर्श को घर छोड़ने के लिए मजबूर भी किया. दर्श ने आखिरी बार अपनी दोनों बहनों के जन्मदिन पर 18 जून 2018 को कॉल किया था. जिसमें वह बात करते-करते रोने लगा. हमने उसे कहा भी कि बेटा गलती हो जाती है. तुम जहां भी हो वापस आ जाओ. अगर तुम्हारे पास पैसे नहीं है तो कैब करके घर तक आ जाओ. हम लोग पैसे दे देंगे या तुम जहां पर हो हमें बताओ हम आ जाते हैं. तो उसने बस यही कहा था कि नहीं मम्मी मैं अब वापस नहीं लौट सकता. 2019 में जब हमने जब उसका फेसबुक प्रोफाइल चेक किया तो उसने अपना प्रोफाइल पर नाम रेहान अंसारी लिखा हुआ था. इंस्टाग्राम पर भी एक प्रोफाइल था जिस पर उसने अपना नाम मोहम्मद रेहान कर दिया था. अब ये दोनों प्रोफाइल भी डीएक्टिवेट हो चुके हैं. उसका जो नंबर था वह भी स्विच ऑफ है. हाल ही में हमें मालूम हुआ है कि उसने अपने आधार कार्ड को भी अपडेट करवा कर उसमें जो उसके पिताजी का मोबाइल नंबर था, उसे बदलवा दिया है.
डीएम से सीएम और पीएम तक लगा चुके हैं गुहार
हमने यूपी पुलिस के साथ-साथ मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री डीएम आदि सभी जगह पर अपनी गुहार लगाई है लेकिन अभी तक हमारा कोई समाधान नहीं हो पाया है. कुछ दिनों पहले जो केस सामने आया था, धर्म परिवर्तन वाला उसके बाद हम फिर से यूपी पुलिस के पास लगातार जा रहै हैं, लेकिन यूपी पुलिस बस यही कह रही है की कोशिश कर रहे हैं. जल्द से जल्द आपके बेटे का पता चल सके.