श्रीनगर: मोदी सरकार ने आज बड़ा फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने की शुरुआत कर दी है. मोदी सरकार के इस फैसले के बाद इसका विरोध भी शुरू हो गया है. पीडीपी के राज्यसभा सांसदों नजीर अहमद लवे और एमएम फैयाज़ ने संसद में 370 खत्म करने का विरोध किया. पीडीपी के इन सांसदों ने संविधान की प्रति को फाड़ने की कोशिश भी की, जिसके बाद इन्हें बाहर जाने के लिए कहा गया. एमएम फैयाज ने भी विरोध में अपना कुर्ता फाड़ दिया.
सरकार के एतिहासिक फैसले के बाद देशभर में इसका स्वागत हो रहा है. कवि कुमार विश्वास ने ट्वीट करते हुए कहा, "भारतमाता के माथे की पुरातन पीर हरने के लिए सरकार का आभार ! हर नागरिक से अनुरोध है कि दशकों से लम्बित इस शल्यक्रिया के दौरान देश के साथ रहें ! ये ऐतिहासिक क्षण हैं.
“दर्द कहाँ तक पाला जाए,
युद्ध कहाँ तक टाला जाए,
तू भी है राणा का वंशज,
फेंक जहाँ तक भाला जाए."
वहीं अशोक पंडित ने ट्वीट करते हुए कहा, "एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं हो सकते हैं."
बता दें कि जम्मू-कश्मीर पर बीते 10 दिनों से जारी हलचल, अनिश्चितता और अटकलों को विराम लगाते हुए मोदी सरकार ने कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला किया है. मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने का एलान किया है. मोदी सरकार की कैबिनेट के फैसले की जानकारी गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में दी है. मोदी सरकार के इस फैसले का मतलब हुआ कि अनुच्छेद 370 के तहत जम्म-कश्मीर को लेकर विशेषाधिकार मिले थे, वे अब खत्म हो जाएंगे और जम्मू-कश्मीर भी भारत के अन्य राज्यों की तरह एक सामान्य राज्य होगा.
अनुच्छेद 370 पर मोदी सरकार का बड़ा फैसला, राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने किया ये एलान