नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी की हंसी को लेकर शुरू हुए विवाद में आज भी राज्यसभा में हंगामा हो सकता है. रेणुका चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस दिया है. कल कांग्रेस की महिला सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने सभापति एम. वेंकैया नायडू से मुलाकात की थी.
क्या है पूरा हंसी विवाद?
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता रेणुका चौधरी की हंसी को लेकर भारी हंगामा खड़ा हो गया है. कल राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी बात रख रहे थे, उसी दौरान रेणुका चौधरी जोर से हंसी. इस पर सभापति ने उन्हें रोका. इस पर प्रधानमंत्री ने कहा ‘‘रेणुका जी को कुछ मत कहिए क्योंकि रामायण धारावाहिक समाप्त होने के बाद पहली बार ऐसी हंसी सुनाई दी है.’’
किरेन रिजिजू ने रेणुका की तुलना शूर्पणखा से की
इस पूरे मामले में विवाद तब और बढ़ गया जब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू ने रेणुका की तुलना शूर्पणखा ने कर दी. उन्होंने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें रामानंद सागर के सीरियल रामायण की 'शूर्पणखा' जोर-जोर से हंस रही है. इस वीडियो में शूर्पणखा की हंसी के साथ मोदी के उस बयान को भी लिंक किया गया है जिस पर कल सदन में रेणुका चौधरी जोर से हंसी थीं.
पीएम मोदी पर बरसीं रेणुका, बताई हंसने की वजह
रेणुका चौधरी ने मीडिया से बातचीत में कहा, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक तरफ महिलाओं के सम्मान की बात करते हैं. तो दूसरी और महिलाओं पर टिप्पणी करते हैं. उन्होंने कहा कि मैं दो बेटियों की मां हूं, किसी बेटी हूं और किसी की पत्नी हूं. मैं अब सदन में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लेकर आउंगी.''
वहीं रेणुका चौधरी ने खुद अपने हंसने की वजह बताई. उन्होंने कहा, ''प्रधानमंत्री मोदी ने मुझ पर व्यक्तिगत टिप्पणी की है. आप उनसे और क्या अपेक्षा कर सकते हैं? मैं उन्हें जवाब देकर अपना स्तर नहीं गिराना चाहती. यह वास्तव में किसी महिला के अपमान वाली स्थिति है. रेणुका ने उस बात का भी जिक्र किया जिसके कारण उन्हें हंसी आई. उनका कहना था, "पीएम मोदी 'आधार' पर कांग्रेस पर आरोप लगा रहे थे. जबकि आधार के खिलाफ खुद प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार पब्लिक मीटिंग में बोला है."