नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के शिकागो दौरे को लेकर विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उसे इस संबंध में कोई आवेदन नहीं मिला था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ''हमें ममता बनर्जी के शिकागो दौरे को लेकर कोई आवेदन नहीं मिला. यह रिपोर्ट गलत है कि विदेश मंत्रालय ने अनुमति देने से इनकार किया.''


इससे पहले ममता बनर्जी ने दावा किया था, ''मैं शिकागो जाना चाहती थी...मैं इसलिए नहीं जा पाई क्योंकि कुछ लोगों ने साजिश रची. मुझे इस बात का बहुत दुख है.''


तृणमूल कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर हमला बोलते हुए आज आरोप लगाया कि अमेरिका के शिकागो में होने वाले उस कार्यक्रम को रद्द करने के लिए आयोजकों पर इनकी तरफ से “दबाव बनाया” जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आमंत्रित थीं.


यह कार्यक्रम स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक भाषण की 125वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित किया गया था. तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि बीजेपी-आरएसएस उस मौके पर शिकागो में केवल एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन चाहती थी.


पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने एक बयान में कहा, “शिकागो की विवेकानंद वेदांत सोसाइटी ने स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक भाषण की 125वीं वर्षगांठ के अवसर पर ममता बनर्जी को एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए शिकागो आमंत्रित किया था. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने उन्हें (आयोजकों को) अपने वहां आने की पुष्टि की.”


उन्होंने कहा, “बाद में पता चला कि “अत्यधिक दबाव” के चलते आयोजकों को मजबूर होकर कार्यक्रम रद्द करना पड़ा. यह सब जानते हैं कि बीजेपी-आरएसएस शिकागो में केवल एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन चाहती थी और वह कार्यक्रम विश्व हिंदू कांग्रेस के बैनर के तहत होना था और इस कार्यक्रम में मोहन भागवत को शामिल होना था.”


उन्होंने कहा, “ऐसा हो सके यह सुनिश्चित करने के लिए शिकागो में विवेकानंद वेदांत मिशन पर कार्यक्रम रद्द करने के लिए अत्यधिक दबाव बनाया गया.”