नई दिल्ली: 26 जनवरी को दिल्ली के राजपथ से एक बार फिर भारत दुनिया को अपनी ताकत दिखाएगा और इसके साथ ही देश की विविधता में एकता की झलक भी दिखेगी. वैसे तो यह आयोजन 26 जनवरी को दिल्ली के राजपथ पर होगा लेकिन आज हम आपको बता रहें हैं कि इस साल कैसी होगी गणतंत्र दिवस की परेड.
इस गणतंत्र दिवस में दिल्ली के राजपथ पर एम 777 ए टू अल्ट्रा लाइट होइटसर तोप, K9 वज्र टैंक, सरफेस माइन क्लीयरिंग सिस्टम और मीडियम रेंज सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल दिखेगी. इसके साथ ही अर्जुन आर्म रिपेयर व्हीकल भी इस गणतंत्र दिवस की परेड का हिस्सा होगा. हथियारों के इस प्रदर्शन के बाद 16 मार्चिंग दस्ते होंगे. जिसमें सेना, अर्ध सैनिक बल, दिल्ली पुलिस और एनसीसी के साथ ही अन्य दस्ते भी शामिल होंगे.
इन दस्तों के बाद बारी आएगी अलग-अलग राज्यों और मंत्रालयों की झांकी की और इस बार इन झांकियों की थीम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी है. झांकियों राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन, उनके आदर्श और उनके संदेशों की झलक देखने को मिलेगी.
इस गणतंत्र दिवस की खास बात यह होगी कि पहली बार इसमें इंडिया नेशनल आर्मी के 4 जवानों को भी शामिल किया गया है. इसके साथ ही इस बार एयरफोर्स के विमान इस गणतंत्र दिवस की परेड में हवाई करतब दिखाएंगे. यह विमान बायोफ्यूल से चलेंगे और ऐसा पहली बार ऐसा होगा जब एयरफोर्स के विमान गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान बायोफ्यूल से उड़ाए जाएंगे. हालांकि इस साल की गणतंत्र दिवस की परेड से उन लोगों को मायूसी हो सकती है जो अग्नि और ब्रह्मोस जैसी मिसाइल देखने के इच्छुक रहते हैं.
इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में अग्नि और ब्रह्मोस जैसी मिसाइल नहीं देखने को मिलेंगी लेकिन सेना ने साफ कर दिया है कि हर बार कोशिश ये की जाती है कि जो नए उपकरण है उनको देश के सामने रखा जाए. लिहाजा नए उपकरणों को शामिल किया जाता है और पुराने उपकरणों को उनके लिए जगह बनानी पड़ती है. इस वजह से अग्नि और ब्रह्मोस मिसाइल इस बार गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा नहीं है. पहली बार गणतंत्र दिवस की परेड में इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं अपने अपने कंटिजेंट की अगुवाई करेंगे इस बार पांच ऐसी महिलाएं हैं जिनको यह जिम्मेदारी दी गई है.