नई दिल्ली: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के परेड में भारत एक बार फिर अपनी सैन्य शक्ति का दुनिया को अहसास कराएगा. इस परेड में भारतीय वायुसेना (आईएएफ) का लड़ाकू विमान राफेल भी गरजेगा. आधिकारिक बयान में कहा गया है कि इस बार भारतीय वायुसेना द्वारा गणतंत्र दिवस के मौके पर पांच मॉडल्स दिखाए जाएंगे. जिसमें राफेल एयरक्राफ्ट, स्वदेशी लाइट कॉम्बेट एयरक्राफ्ट, लाइट कॉम्बेट हेलिकॉप्टर, सतह से हवा में मार करने वाली गाइडेड मिसाइल आकाश और अस्त्र मिसाइल शामिल हैं.


वायुसेना में हाल में शामिल किए गए लड़ाकू हेलीकॉप्टर अपाचे और परिवहन हेलीकॉप्टर चिनूक भी 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर फ्लाईपास्ट में पहली बार शामिल होंगे. वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चिनूक के प्रदर्शन में तीन नए परिवहन हेलीकॉप्टर ‘विक फॉर्मेशन’ में होंगे.


इस तरह के प्रदर्शन में एक हेलीकॉप्टर आगे की ओर और बाकी दो उसके इर्द-गिर्द थोड़ा पीछे की ओर होते हैं.उन्होंने बताया कि इसके बाद अपाचे के प्रदर्शन में वायुसेना के नए लड़ाकू हेलीकॉप्टरों को देखा जा सकेगा. पांच लड़ाकू हेलीकॉप्टर तीर जैसा फॉर्मेशन ‘एरोहेड फॉर्मेशन’ बनाएंगे.


भारतीय वायुसेना के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी ने कहा, "इस साल इंटर सर्विस गार्ड की कमान विंग कमांडर विपुल गोयल संभालेंगे." इस दौरान राजपथ पर परेड के साथ ही राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और राष्ट्रपति के अंगरक्षकों द्वारा उन्हें राष्ट्रीय सलामी दी जाएगी.


वायुसेना की समन्वय सेवा की भूमिका के नाते राजपथ पर झंडा फहराने का काम फ्लाइंग ऑफिसर अमन द्वारा किया जाएगा. भारतीय वायुसेना एक औपचारिक मार्च करने वाले दल, वायुसेना बैंड की टुकड़ी और भारतीय वायुसेना की झांकी के साथ परेड में भाग लेगी.


भारतीय वायुसेना के मार्च करने वाले दल में चार अधिकारी और 144 वायु योद्धा शामिल होंगे. इस साल वायुसेना मार्च की अगुवाई फ्लाइट लेफ्टिनेंट श्रीकांत शर्मा और अन्य तीन अधिकारी करेंगे. वायुसेना बैंड की टुकड़ी में 72 संगीतकार और तीन ड्रम मेजर शामिल होंगे.


बैंड का नेतृत्व वारंट ऑफिसर अशोक कुमार करेंगे, जो एक निपुण ड्रम मेजर हैं. बैंड में दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने के लिए कई मार्शल धुनें बजाई जाएंगी. ग्रुप कैप्टन ने कहा, "परेड में भाग लेने वाले वायु योद्धाओं का चयन कर लिया गया है और इन्हें वायुसेना की एक कड़ी प्रक्रिया के माध्यम से चुना गया है."


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