(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस के मद्देनजर सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त, इन रास्तों से गुजरेगा किसानों का ट्रैक्टर मार्च
Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. वहीं किसानों ने कहा है कि राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद उनकी ट्रैक्टर परेड शुरू होगी.
नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर दो महीने से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे किसान गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. भारी सुरक्षा के बीच हजारों किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रवेश करेंगे.
'किसान गणतंत्र परेड' सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली में प्रवेश करेगी. किसान यूनियनों ने सोमवार को कहा कि राजपथ पर आधिकारिक गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद ही उनकी ट्रैक्टर परेड शुरू होगी.
उन्होंने दावा किया कि लगभग दो लाख ट्रैक्टरों के परेड में भाग लेने की उम्मीद है. इस बीच, प्रदर्शकारी किसान संगठनों ने सोमवार को घोषणा की कि वे एक फरवरी को केंद्रीय वार्षिक बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ कूच करेंगे.
क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शनपाल ने कहा, ‘‘हम एक फरवरी को बजट के दिन विभिन्न स्थानों से संसद की तरफ पैदल मार्च करेंगे. जहां तक कल की ट्रैक्टर रैली की बात है तो इससे सरकार को हमारी शक्ति के बारे में एक एहसास होगा और उसे पता चलेगा कि आंदोलन केवल हरियाणा या पंजाब तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश का आंदोलन है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘ट्रैक्टर परेड के लिए आए किसान अब वापस नहीं जाएंगे तथा प्रदर्शन से जुड़ेंगे. हमारी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा.’’ तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने और उनकी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी देने की मांग को लेकर हजारों किसान, जिनमें ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं, 28 नवंबर से दिल्ली के कई सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने सोमवार को कहा कि नए कृषि कानूनों को एक से डेढ़ साल तक निलंबित रखने का सरकार का प्रस्ताव एक ‘‘सर्वश्रेष्ठ पेशकश’’ है और उन्हें उम्मीद है कि प्रदर्शनकरी किसान संगठन इस पर पुनर्विचार करेंगे तथा अपने फैसले से अवगत कराएंगे.
सरकार और 41 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के बीच 11वें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही थी. दसवें दौर की वार्ता में सरकार ने नए कृषि कानूनों को एक से डेढ़ साल तक निलंबित रखने की पेशकश की थी, लेकिन किसान यूनियनों ने इसे खारिज कर दिया था. सरकार ने यूनियनों से 11वें दौर की वार्ता में प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने और अपने निर्णय से अवगत कराने को कहा था.
भारी सुरक्षा के इंतजाम
राजपथ और दिल्ली के अन्य सीमा बिन्दुओं पर हजारों सशस्त्र कर्मी तैनात किए गए हैं और गणतंत्र दिवस की परेड और किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
गणतंत्र दिवस समारोह और किसानों की प्रस्तावित ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर राजपथ और राष्ट्रीय राजधानी की कई सीमाओं पर हजारों सशस्त्र सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. दिल्ली में पहले से बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त किया गया है.
एक अधिकारी ने बताया कि गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर निगरानी रखने के लिए करीब छह हजार सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. संदिग्ध लोगों की पहचान करने के लिए दिल्ली पुलिस की चेहरे से पहचान करने वाली प्रणाली भी उचित स्थानों पर स्थापित की गई है.
उन्होंने बताया कि राजपथ पर लोगों की जांच करने वाले कर्मी पीपीई किट पहने होंगे और मास्क-फेस शील्ड (चेहरे के आगे शीशा) लगाए हुए होंगे. मंगलवार को परेड के आठ किलोमीटर लंबे मार्ग पर नजर रखने के लिए ऊंची इमारतों पर शार्प शूटरों और स्नाइपरों को तैनात किया जाएगा.
नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) ईश सिंघला ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह के लिए राजपथ पर छह हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है.
उन्होंने बताया कि कोविड-19 प्रोटोकॉल की वजह से राजपथ पर समारोह देखने के लिए सिर्फ 25,000 लोगों को आने की इजाजत होगी. हालांकि हर साल एक लाख से अधिक लोग परेड देखने पहुंचते थे.
सिंघला ने यह भी कहा कि इस साल परेड को छोटा किया गया है. परेड लाल किले तक जाने के बजाय नेशनल स्टेडियम पर ही खत्म हो जाएगी और झांकियां ही लाल किले तक जाएंगी.
डीसीपी ने कहा, "हमने गणतंत्र दिवस परेड मार्ग पर और बाड़ के साथ 140 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. हमने राजपथ पर 30 स्थानों पर चेहरे से पहचान करने वाली प्रणाली लगाई है. यह उन स्थानों पर लगाई गई है जहां से लोग प्रवेश करेंगे. "
पुलिस के एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, " इस प्रणाली में करीब 50,000 लोगों का डेटाबेस है जिनमें संदिग्ध आतंकवादी, अपराधी व असामाजिक तत्व शामिल हैं. " किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई सीमाओं पर पहले से ही सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया गया है.
कहां से गुजरेगा ट्रैक्टरों का काफिला
सिंघू बॉर्डर से शुरू होने वाली ट्रैक्टर परेड संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, बवाना, कुतुबगढ़, औचंदी बॉर्डर और खरखौदा टॉल प्लाजा से गुजरेगी. पूरा मार्ग 63 किलोमीटर लंबा होगा.
किसान नेताओं ने बताया कि दूसरा मार्ग 62 किलोमीटर लंबा होगा. यह परेड टिकरी बॉर्डर से शुरू होगी और नांगलोई, बापरौला गांव, नजफगढ़, झाडौदा बॉर्डर, रोहतक बाईपास (बहादुरगढ़) एवं आसौदा टॉल प्लाजा से गुजरेगी.
गाजीपुर से शुरू होने वाली ट्रैक्टर परेड अप्सरा बॉर्डर, हापुड़ रोड और लाल कुआं से गुजरेगी. यह 68 किलोमीटर का मार्ग तय करेगी जो सबसे लंबा है. किसान नेता अपनी कारों में सबसे आगे होंगे.
किसान नेताओं ने बताया कि सभी गाड़ियों को वहां लौटना होगा जहां से वे निकले थे. कोई भी बिना कारण के आधे रास्ते में न रूके. हर टैक्टर पर तिरंगा लगा होगा और लोक गीत तथा देश भक्ति के गाने बजाए जाएंगे.
इन रास्तों में जाने से बचें
इसके अलावा, दिल्ली यातायात पुलिस ने यात्रियों से उन मार्गों से बचने को कहा है जहां प्रदर्शनकारी किसान गणतंत्र दिवस पर अपनी ट्रैक्टर परेड करेंगे. संयुक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) मीनू चौधरी ने कहा कि पहली रैली सिंघू बॉर्डर से संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, डीटीयू, शाहाबाद डेयरी, बरवाला गांव, पूठ खुर्द गांव, कंझावला टी-पॉइंट, कंझावला चौक, कुतुबगढ़, औचंदी बॉर्डर और खरखौदा टोल प्लाजा को जाएगी.
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय राजमार्ग-44 और जीटी करनाल रोड की ओर जाने वाले यातायात को सिंघू शनि मंदिर, अशोक फार्म / जंती टाल, हमीदपुर, सुंदरपुर माजरा, जिंदोपुर मुखमेलपुर, कादीपुर, कुशक कॉलोनी, मुकरबा चौक और जीटीके डिपो से मोड़ा जाएगा.’’
पुलिस ने कहा कि बवाना रोड की ओर जाने वाले यातायात को जेल रोड, केएनके मार्ग, जी3एस मॉल, मधुबन चौक, रोहिणी पूर्व मेट्रो स्टेशन, रिठाला चौक, पंसाली चौक, हेलीपैड टी-प्वाइंट, उत्सव रोड, डीएसआईआईडीसी रोड सेक्टर -4, नरेला बवाना रोड, चित्रा धर्म कांटा, डीएसआईआईडीसी गोल चक्कर और झंडा चौक से मोड़ा जाएगा.
पुलिस ने बताया कि कंझावला रोड की ओर जाने वाले यातायात को कराला, कंझावला गांव, जाउंटी टोल और कुतुबगढ़-गढ़ी रोड से मोड़ा जाएगा. चौधरी ने कहा कि किसानों की दूसरी रैली टिकरी बॉर्डर से शुरू होगी और फिरनी रोड, झाडौदा बॉर्डर, रोहतक बाईपास (बहादुरगढ़) और आसोदा टोल प्लाजा छोड़कर नांगलोई, बापरोला गांव और नजफगढ़ से होकर गुजरेगी.
पुलिस ने कहा कि यातायात को विभिन्न बिंदुओं से मोड़ दिया जाएगा. पुलिस ने कहा कि सोमवार शाम से इन मार्गों पर यातायात का प्रबंधन करने की व्यवस्था की गई है. पुलिस ने कहा कि मोटर चालकों को किसान ट्रैक्टर परेड के मार्गों से बचने की सलाह दी जाती है.