नई दिल्ली: इस साल गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं भी हिस्सा ले सकते हैं. परेड में अभी तक स्कूली छात्र-छात्राएं ही हिस्सा लेते थे, लेकिन कोविड प्रोटोकॉल के चलते इस बार 15 साल से अधिक उम्र के स्टूडेंट ही हिस्सा ले सकेंगे. जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्रालय ने देशभर के करीब एक दर्जन विश्वविद्यालयों को गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया है.
कौन-कौन से विश्वविद्यालय इस साल गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा ले रहे हैं, इसकी जानकारी बहुत जल्द सामने आ जाएगी. क्योंकि कुछ यूनिवर्सिटी प्रशासन से जवाब आना अभी बाकी है. यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं स्कूली बच्चों की तरह सांस्कृतिक-कार्यक्रम या फिर कोई दूसरी प्रस्तुति पेश कर सकते हैं. इस बार सिर्फ चार स्कूल के छात्र-छात्राएं ही राजपथ पर होने वाली परेड में हिस्सा लेंगे और उन चार स्कूलों की भी कुल तीन टीमें ही अपना कार्यक्रम राजपथ पर दिखा सकेंगी.
जानकारी के मुताबिक, इस बार कुल 32 झांकियां राजपथ पर दिखाई देंगी. इनमें से 17 राज्यों की झांकी हैं और बाकी केंद्रीय मंत्रालयों और सेनाओं (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) की झांकी होंगी. इस बार गणतंत्र दिवस परेड भी लालकिले पर खत्म ना होकर इंडिया गेट के करीब नेशनल स्टेडियम में ही खत्म हो जाएगी. यानी साढ़े आठ किलोमीटर लंबी परेड को अब मात्र साढ़े तीन किलोमीटर तक ही सीमित कर दिया गया है.
इस साल परेड देखने वालों की संख्या को भी कम कर दिया गया है। इस साल राजपथ पर 25 हजार से ज्यादा लोग परेड नहीं देख पाएंगे, जबकि हर साल करीब सवा से डेढ़ लाख लोगों तक की भीड़ गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए जुटती थी. इस साल कोरोना महामारी को देखते हुए 15 साल से कम उम्र के बच्चों को परेड देखने की इजाजत नहीं होगी.
परेड में शामिल होगी बांग्लादेश की सेना की एक टुकड़ी
इस साल गणतंत्र दिवस परेड में बांग्लादेश सेना की एक टुकड़ी भी भारतीय सैनिकों के साथ कदमताल करती दिखेगी. ये तीसरी बार है जब किसी मित्र देश की सैन्य टुकड़ी राजपथ पर दिखाई पड़ेगी. इससे पहले फ्रांस (2016) और यूएई (2017) के सैनिक भी गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा ले चुके हैं. खास बात ये है कि भारत ये साल पाकिस्तान पर 1971 के युद्ध में मिली विजय का स्वर्णिम-वर्ष मना रहा है. 1971 के युद्ध के बाद ही पाकिस्तान के दो टुकड़े हुए थे और बांग्लादेश का जन्म हुआ था.
जानकारी के मुताबिक, बांग्लादेश की टुकड़ी में तीनों सेनाओं के सैनिक शामिल होंगे, यानी बांग्लादेशी थलसेना, वायुसेना और नौसेना. इस टुकड़ी में मिलिट्री बैंड के सदस्यों के साथ साथ कुल 122 सैनिक होंगे. ये टुकड़ी 12 जनवरी को भारतीय वायुसेना के एक एयरक्राफ्ट से दिल्ली पहुंचेगी और फिर 19 जनवरी तक क्वारंटीन रहेगी. परेड में हिस्सा लेने के लिए सैन्य टुकड़ी अपनी सेरेमोनियल-राइफल बांग्लादेश से ही लेकर आएगी.
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