Republic Day 2023: 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरो शोरो से चल रही है. इस बार भारत के लिए 26 जनवरी थोड़ा सा ज्यादा खास है क्योंकि मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी (Abdel Fattah El-Sisi) आज से गणतंत्र दिवस तक भारत की राजकीय यात्रा पर है. भारत इस बार अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है जिसके मुख्य अतिथि मिस्र के राष्ट्रपति होंगे. अब्देल फतह अल-सीसी गणतंत्र दिवस परेड में भी हिस्सा लेंगे.
मिस्र के राष्ट्रपति ने इससे पहले अक्टूबर 2015 में तीसरे भारत अफ्रीका फोरम शिखर सम्मेलन में भाग लिया था. इसके साथ ही उन्होंने 2016 के सितंबर में भारत का राजकीय दौरा भी किया था. मिस्र और भारत इस साल राजनयिक संबंधों की स्थापना के 75 वर्ष मना रहे हैं. साथ ही साल 2022-23 में भारत की G20 की अध्यक्षता के दौरान भी मिस्र को 'अतिथि देश' के रूप में बुलाया गया है. विदेश मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक 25 जनवरी को सीसी का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया जाएगा.
राजकीय भोज का भी होगा आयोजन
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शाम को अतिथियों के सम्मान में राजकीय भोज का भी आयोजन करेंगी. अब्देल फतह अल सीसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पारस्परिक हित के द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर द्विपक्षीय बैठक और प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में भाग लेंगे. यात्रा के दौरान सीसी भारतीय व्यापार समुदाय के साथ भी बातचीत करेंगे. राष्ट्रपति सीसी से विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रमण्यम जयशंकर भी मुलाकात करेंगे. 2021-22 में 7 अरब 26 करोड़ डॉलर का भारत और मिस्र के बीच द्विपक्षीय व्यापार हासिल किया था. दौरे से पहले मिस्र में भारत के राजदूत प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की भी खूब तारीफ की. मिस्र में भारत के राजदूत अजीत गुप्ते ने बयान में कहा कि मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति गमाल अब्देल-नासर और पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के बीच करीबी और असाधारण दोस्ती ने ही 1955 में दोनों देशों के बीच फ्रेंडशिप की नींव रखी थी.
इसके अलावा 50 से अधिक भारतीय कंपनियों ने मिस्र की अर्थव्यवस्था के अलग अलग क्षेत्रों में लगभग 3 अरब 15 करोड़ डॉलर का निवेश किया है, जिसमें केमिकल, एनर्जी, बाउल,एग्रीकल्चर, बिजनेस शामिल है. साथ ही भारत और मिस्र के बीच वर्षों पुराने रिश्ते के और मजबूत होने की उम्मीद है.
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