Republic Day 2023 India Parade Details: इस बार देश 74वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है. राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह में इस बार मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल-सिसी मुख्य अतिथि होंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर्तव्य पथ से गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्र का नेतृत्व करेंगी, साथ ही परेड की सलामी लेंगी. द्रौपदी मुर्मू के लिए बतौर राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस समारोह में राष्ट्र का नेतृत्व करने का यह पहला अवसर होगा. सप्ताहभर चलने वाले गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत 23 जनवरी को महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के साथ हो गई थी. इस समारोह का समापन 30 जनवरी को होगा, जिसे शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है.


गणतंत्र दिवस परेड लगभग साढ़े दस बजे शुरू होगी. इसमें आत्मनिर्भर भारत, नारी शक्ति और न्यू इंडिया की झलक देखने को मिलेगी. इसमें सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक विविधता का प्रदर्शन किया जाएगा. समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाने के साथ होगी. पीएम मोदी शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित करेंगे. इसके बाद प्रधान मंत्री और अन्य गणमान्य लोग परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ स्थित सलामी मंच पर जाएंगे.


21 तोपों की सलामी में दिखेगी आत्मनिर्भरता


इस बार रक्षा में बढ़ती 'आत्मनिर्भरता' को दर्शाने के लिए 21 तोपों की सलामी 105 एमएम की भारतीय फील्ड गन से दी जाएगी, जो पुरानी 25-पाउंडर बंदूक की जगह लेंगी. 105 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार एमआई-17 1वी/वी5 हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर बैठे दर्शकों पर फूल बरसाएंगे. परेड की शुरुआत राष्ट्रपति की सलामी लेने के साथ होगी.


अति विशिष्ट सेवा मेडल प्राप्त और दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल धीरज सेठ परेड के कमांडर होंगे जो इसकी की कमान संभालेंगे. दिल्ली मुख्यालय क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल भवनीश कुमार परेड में सेकेंड-इन-कमांड होंगे. परेड में परमवीर चक्र विजेता सूबेदार मेजर (ओनरेरी कैप्टन) बना सिंह (रिटायर्ड), सूबेदार मेजर (ओनरेरी कैप्टन) योगेंद्र सिंह यादव (रिटायर्ड), सूबेदार (ओनरेरी लेफ्टिनेंट) संजय कुमार और अशोक चक्र विजेता मेजर जनरल सीए पीठावाला (रिटायर्ड), कर्नल डी श्रीराम कुमार और लेफ्टिनेंट कर्नल जसराम सिंह (रिटायर्ड) जीप पर डिप्टी परेड कमांडर के पीछे दिखाई देंगे.


पहली बार परेड में शामिल हो रही मिस्र के सशस्त्र बलों की टुकड़ी


पहली बार कर्तव्य पथ पर मिस्र के सशस्त्र बलों की संयुक्त बैंड और मार्चिंग टुकड़ी परेड में दिखाई देगी. इसका नेतृत्व मिस्र के कर्नल महमूद मोहम्मद अब्देल फत्ताह अल खारासावी करेंगे. मिस्र की टुकड़ी में 144 सैनिक शामिल होंगे, जो अपने देश के सशस्त्र बलों की मुख्य शाखाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे.


परेड में पहली टुकड़ी घुड़सवार सेना की होगी


परेड में पहली टुकड़ी 61 कैवलरी (घुड़सवार सेना) की होगी. कैप्टन रायजादा शौर्य वाली इसका नेतृत्व करेंगे. 61 कैवलरी (घुड़सवार सेना)  दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय घुड़सवार सेना रेजिमेंट है, जिसमें सभी 'स्टेट हॉर्स यूनिट्स' समाहित हैं.


भारत की ताकत का दिखेगा नजारा


परेड में भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 61 घुससवार सेना की टुकड़ी, 9 मशीनी स्तंभ, छह मार्चिंग टुकड़ियां और फ्लाइपास्ट करने वाले आर्मी एविएशन कॉर्प्स के एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) की ओर से किया जाएगा. इनमें मुख्य जंगी टैंक अर्जुन, नाग मिसाइल सिस्टम (NAMIS), BMP-2 SARATH इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल, क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल, K-9 वज्र-ट्रैक्ड सेल्फ-प्रोपेल्ड होवित्जर गन, ब्रह्मोस मिसाइल, 10 मीटर शॉर्ट स्पैन ब्रिज, मोबाइल माइक्रोवेव नोड और मशीनी स्तंभ में मोबाइल नेटवर्क सेंटर और आकाश (नई पीढ़ी के इक्विपमेंट) मुख्य आकर्षण होंगे. वहीं, मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री रेजिमेंट, पंजाब रेजिमेंट, मराठा लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट, डोगरा रेजिमेंट, बिहार रेजिमेंट और गोरखा ब्रिगेड समेत सेना की कुल छह टुकड़ियां सलामी मंच से आगे बढ़ेंगी.


परेड में अन्य आकर्षण का केंद्र पूर्व सैनिकों की झांकी होगी, जिसका विषय 'संकल्प के साथ भारत के अमृतकाल की ओर पूर्व सैनिकों की प्रतिबद्धता' है. यह पिछले 75 वर्षों में पूर्व सैनिकों के योगदान और 'अमृत काल' के दौरान भारत के भविष्य को आकार देने में उनकी पहल की एक झलक दिखाएगी. भारतीय नौसेना की टुकड़ी में 144 युवा नाविक शामिल होंगे, जिसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत करेंगी.


कर्तव्य पथ पर दिखेंगे अग्निवीर


मार्चिंग टुकड़ी में पहली बार तीन महिलाएं और छह अग्निवीर भी शामिल होंगे. इसके बाद नौसेना की झांकी रहेगी. यह भारतीय नौसेना की बहु-आयामी क्षमताओं, नारी शक्ति और 'आत्मनिर्भर भारत' की झलक प्रदर्शित करेगी. ध्रुव हेलीकॉप्टर के साथ नए स्वदेशी नीलगिरी वर्ग के जहाज का एक मॉडल पेश किया जाएगा, जिसमें समुद्री कमांडो तैनात दिखेंगे. इसके किनारों पर स्वदेशी कलवारी श्रेणी की पनडुब्बियों के मॉडल दिखाए जाएंगे. 


ऐसी रहेंगी वायु सेना की टुकड़ी और झांकी


भारतीय वायु सेना की टुकड़ी में 144 वायु योद्धा और चार अधिकारी शामिल होंगे. इसका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर सिंधु रेड्डी करेंगी. एयर फोर्स की झांकी 'सीमाओं से परे भारतीय वायु सेना की शक्ति' विषय पर तैयार की गई है, जो एक घूमते हुए ग्लोब को प्रदर्शित करेगी, जो वायु सेना की विस्तारित पहुंच को दिखाएगी.


इसमें लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट तेजस एमके-II, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर-प्रचंड, एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल एयरक्राफ्ट NETRA और C-295 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट की झलक देखने को मिलेगी. इसमें लेजर इक्विपमेंट और विशेष हथियारों के साथ गरुड़ की एक टीम दिखाई देगी.


DRDO की झांकी और इंडियन कोस्ट गार्ड की टुकड़ी


'असरदार निगरानी, संचार और खतरों को बेअसर करने के साथ राष्ट्र को सुरक्षित करना' विषय पर आधारित रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) की झांकी भी दिखाई देगी. इंडियन कोस्ट गार्ड (ICG) की टुकड़ी का नेतृत्व डिप्टी कमांडेंट रोहित सिंह करेंगे.


दिल्ली पुलिस भी करेंगी मार्च पास्ट


सीएपीएफ और दिल्ली पुलिस की टुकड़ियां भी कर्तव्य पथ पर मार्च करेंगी. सीआरपीएफ टुकड़ी का नेतृत्व सहायक कमांडेंट पूनम गुप्ता करेंगी. सहायक सुरक्षा आयुक्त सौरव कुमार के नेतृत्व में रेलवे सुरक्षा बल और सहायक पुलिस आयुक्त श्वेता एस सुगथन के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की टुकड़ियां मार्च करेंगी.


सीमा सुरक्षा बल (BSF) की ऊंट टुकड़ी डिप्टी कमांडेंट मनोहर सिंह खीची की कमान में सलामी मंच से मार्च पास्ट करती हुई निकलेगी. पहली बार परेड में महिला ऊंट सवार भी दिखेंगी, जो महिला सशक्तिकरण की झलक प्रदर्शित करेंगी.


दिखेंगे NCC और NSS के दल


एनसीसी की टुकड़ी का नेतृत्व महाराष्ट्र निदेशालय के वरिष्ठ अवर अधिकारी पुजारी शिवानंद करेंगे, जिसमें 148 वरिष्ठ डिवीजन कैडेट शामिल होंगे. ओडिशा निदेशालय की वरिष्ठ अवर अधिकारी सोनाली साहू सभी 17 निदेशालयों से लिए गए 148 वरिष्ठ डिवीजन कैडेट्स वाली एनसीसी गर्ल्स मार्चिंग टुकड़ी का नेतृत्व करेंगी. प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता ग्यारह बच्चों को जीपों के जरिये कर्तव्य पथ से ले जाया जाएगा. एनएसएस के चंडीगढ़ क्षेत्रीय निदेशालय और हिमाचल प्रदेश की आंचल शर्मा के नेतृत्व में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) टुकड़ी मार्च करेगी, जिसमें 148 स्वयंसेवक शामिल होंगे.


23 झांकियों में दिखेगा भारत


राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों, मंत्रालयों और विभागों की 23 झांकियां कर्तव्य पथ पर दिखेंगी, जिनमें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 17 और विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की छह झांकियां शामिल होंगी. ये झांकियां देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, आर्थिक प्रगति और मजबूत आंतरिक और बाहरी सुरक्षा को दर्शाएंगी.


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