Republic Day: आज देश 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. इस बार गणतंत्र दिवस की परेड में महिलाओं की अहम भूमिका रहने वाली है. परेड में पहली बार महिला कर्मी सीमा सुरक्षा बल (BSF) के ऊंट दल का हिस्सा होंगी. भारतीय महिलाओं ने हर क्षेत्र में बड़े मुकाम हासिल किए हैं. महिलाएं आज सिर्फ राजनीति और उद्यमों में ही नहीं, बल्कि सेना में भी ऊंचाईयां हासिल कर रहीं हैं. चलिए आपको उन महिलाओं के बारे में बताते हैं, जिन्होंने देश सेवा में अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया.
गलवान में शहीद हुए जवान की पत्नी ने ज्वाइन की आर्मी
साल 2020 में जून के महीने में लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों की चीनी सैनिकों के साथ झड़प हुई थी. इस झड़प में दीपक सिंह ने देश के लिए अपनी जान न्यौछावर कर दी थी. वहीं उनकी पत्नी रेखा देवी ने पिछले साल ही भारतीय सेना को ज्वाइन किया. रेखा देवी ने चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी की परीक्षा दी और सफलता हासिल की. रेखा का नाम उन पत्नियों की सूची में शामिल हैं, जिन्होंने पति के शहीद होने के बाद देश सेवा को चुना.
लेफ्टिनेंट बनीं निकिता कौल
इस सूची में अगला नाम आता है निकिता कौल का. पुलवामा हमले ने देश को हिला कर रखा दिया था. 2019 में हुए इस आतंकी हमले में देश के 45 सैनिकों की जान गई थी. इन्हीं में एक नाम शहीद मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल का भी है. वे पुलवामा हमले के दौरान आतंकियों का पीछा करते हुए हो गए थें. पति के शहीद होने के बाद उनकी पत्नी निकिता कौल गहरे सदमे में चली गईं थीं. वहीं कुछ समय उन्होंने खुद को संभाला और आर्मी ज्वाइन करने का फैसला किया. निकिता कौल भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट हैं.
CS की नौकरी छोड़ SSB में किया टॉप
निकिता कौल की तरह ही शहीद मेजर महादिक की पत्नी गौरी महादिक ने भी इंडियन आर्मी ज्वाइन की. उनके पति महादिक 7 बिहार रेजिमेंट थे और दिसंबर, 2017 में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. उनके निधन के बाद गौरी महादिक ने कंपनी सेक्रेटरी की नौकरी छोड़कर सेना में शामिल होने का फैसला किया. आपको जानकार गर्व होगा कि गौरी ने सर्विस सेलेक्शन बोर्ड (SSB) की परीक्षा में टॉप किया. बाद में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी से ट्रेनिंग पूरी करने के बाद गौरी ने साल 2020 में इंडियन आर्मी को ज्वाइन किया.
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