Republic Day 2023: देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के लोगों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब हम गणतंत्र दिवस मनाते हैं तो हमारे देश ने अब तक क्या-हासिल किया हम उसका जश्न मनाते हैं. उनके संबोधन की दस बड़ी बातें-


1- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि संविधान के लागू होने से लेकर आज तक हमारी यात्रा अद्भुत रही है. इससे कई अन्य देशों को प्रेरणा मिली है. प्रत्येक नागरिक को भारत की गौरव-गाथा पर गर्व का अनुभव होता है. साथ ही उन्होंने संविधान निर्माता बाबासाहेब आंबेडकर के योगदान पर भी जोर दिया.  


2- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत एक गरीब और निरक्षर राष्ट्र की स्थिति से आगे बढ़ते हुए विश्व-मंच पर एक आत्मविश्वास से भरे राष्ट्र का स्थान ले चुका है. संविधान-निर्माताओं की सामूहिक बुद्धिमत्ता से मिले मार्गदर्शन के बिना यह प्रगति संभव नहीं थी. 


3- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि हम सब एक ही हैं, और हम सभी भारतीय हैं. इतने सारे पंथों और इतनी सारी भाषाओं ने हमें विभाजित नहीं किया है बल्कि हमें जोड़ा है.  इसलिए हम एक लोकतांत्रिक गणराज्य के रूप में सफल हुए हैं. यही भारत का सार-तत्व है.


4- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर कहा कि पिछले साल भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया. यह उपलब्धि, आर्थिक अनिश्चितता से भरी वैश्विक पृष्ठभूमि में प्राप्त की गई. सक्षम नेतृत्व और प्रभावी संघर्षशीलता के बल पर हम शीघ्र ही मंदी से बाहर आ गए और अपनी विकास यात्रा को फिर से शुरू किया. 


5- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने महिला सशक्तीकरण का जिक्र करते हुए कहा कि महिला और पुरुष के बीच समानता अब केवल नारे नहीं रह गए हैं. मेरे मन में कोई संदेह नहीं है कि महिलाएं ही आने वाले कल के भारत को स्वरूप देने के लिए अधिकतम योगदान देंगी. 


6- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग का सबसे बड़ा दर्द गरीबों को झेलना पड़ता है. विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाने के लिए प्राचीण परंपरा को नए नजरिए से देखना होगा. 


7- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि इस साल भारत G20 देशों के समूह की अध्यक्षता कर रहा है. विश्व-बंधुत्व के अपने आदर्श के अनुरूप, हम सभी की शांति और समृद्धि के पक्षधर हैं, G20 की अध्यक्षता बेहतर विश्व के निर्माण में योगदान के लिए भारत को अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका प्रदान करती है.


8- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सैनिकों, पुलिस सहित सभी सुरक्षाबलों की सराहना की. उन्होंने कहा कि हमें सतर्क रहने की जरूरत है. इसके अलावा उन्होंने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की. 


9- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किसानों, मजदूरों, वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की भूमिकाओं की सराहना करते हुए कहा कि जिनकी सामूहिक शक्ति हमारे देश को "जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान" की भावना के अनुरूप आगे बढ़ने में सक्षम बनाती है. 


10- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने साथ ही उन बहादुर जवानों की विशेष रूप से सराहना की जो कि सीमाओं की रक्षा करते हैं और किसी भी त्याग तथा बलिदान के लिए सदैव तैयार रहते हैं. देशवासियों को आंतरिक सुरक्षा प्रदान करने वाले अर्ध-सैनिक बलों और पुलिस-बलों के बहादुर जवानों की मैं सराहना करती हूं. 


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