Republic Day 2024: जमीन से आसमान तक अभेद्य किला बनी दिल्ली, 8000 जवान तैनात, हवाई खतरे से निपटने का भी बना 'सुपर प्लान'
India 76th Republic Day: देशभर में आज गणतंत्र दिवस की धूम है. स्कूल-कॉलेजों में गणतंत्र दिवस का जश्न मनाया जा रहा है. इसे ध्यान में रखते हुए सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है.
India Republic Day: देश आज अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. राजधानी दिल्ली में कर्तव्य पथ पर सुबह 10.30 बजे परेड की शुरुआत होगी. लोगों को अलग-अलग राज्यों की झाकियां देखने का मौका मिलेगा. गणतंत्र दिवस और कर्तव्य पथ पर परेड के मद्देनजर राजधानी दिल्ली में सुरक्षा बंदोस्त कड़े कर दिए गए हैं. केंद्र सरकार ने गणतंत्र दिवस उत्सव के मद्देनजर दिल्ली में 8000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए हैं. इसके अलावा हवाई खतरे से निपटने की भी तैयारी है.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि हैं. परेड में हिस्सा लेने के लिए देशभर से लोग आते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए सेंट्रल दिल्ली के प्रमुख रास्तों पर से ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया गया है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती है. बाजार-मॉल्स और पर्यटन स्थल पर निगरानी बढ़ा दी गई है. दिल्ली पुलिस ड्रोन के जरिए भी निगरानी कर रही है, ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखी जा सके. अधिकारियों ने सिक्योरिटी को लेकर जानकारी भी दी है.
सिक्योरिटी के लिए जोन में बांटा गया कर्तव्य पथ
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए गणतंत्र दिवस की सुरक्षा व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए स्पेशल सीपी सिक्योरिटी दीपनेर पाठक ने कहा, 'परेड समारोह स्थल यानी कर्तव्य पथ को जोन में बांटा गया है. परेड देखने के लिए यहां देशभर से कई वीआईपी आएंगे. मेहमानों, आम जनता, विशेष मेहमानों, इन सभी को सुविधा दी जानी है और सुरक्षा में कोई चूक नहीं होनी चाहिए.'
खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के आधार पर हो रही सुरक्षा
दीपनेर पाठक ने बताया, 'खतरे की आशंका बहुत ज्यादा लेवल की है. खुफिया एजेंसियों, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को कई तरह की सूचनाएं मिल रही हैं. सभी जानकारियों को ध्यान में रखकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.' उन्होंने बताया, 'इस साल कई नए खतरे वाले तत्व सामने आए हैं और उन सबको ध्यान में रखते हुए अलग-अलग जोन के लिए अलग-अलग तरह की सुरक्षा व्यवस्था की गई है.'
पुलिस निर्देशों का पालन करने का अनुरोध
स्पेशल सीपी सिक्योरिटी ने कहा, 'वीवीआईपी से हमारा मतलब राष्ट्राध्यक्ष, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, कैबिनेट मंत्री से है. तमाम वीआईपी और संवैधानिक प्रमुख आने वाले हैं. ये एक चुनौती की तरह है. पूरी तरह से सिक्योरिटी प्लान बनाकर उसे जमीन पर लागू किया गया है. हमारा सभी से अनुरोध है कि वे पुलिस के निर्देशों का पालन करें और जितना संभव हो सके सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें.'
हवाई खतरे से निपटने का प्लान
गणतंत्र दिवस जश्न के दौरान हवाई खतरे से निपटने का भी प्लान बनाया गया है. इसके बारे में जानकारी देते हुए स्पेशल सीपी सिक्योरिटी ने बताया, 'हवाई खतरों से निपटने के लिए सुरक्षा उपाय लागू किए गए हैं, जिनमें हैंड ग्लाइडर, पैराग्लाइडर, पैरामोटर्स, एयरोमॉडल, ड्रोन और कम दूरी के हवाई वाहन शामिल हैं.'
8000 सुरक्षाबलों की तैनाती
डीसीपी देवेश कुमार माहला ने कहा, 'किसी भी उपद्रव को रोकने के लिए सभी इंतजाम किये जा रहे हैं. टीम की बार-बार रिहर्सल और ट्रेनिंग की जा रही है. परेड के लिए लगभग 8,000 बलों को तैनात किया गया है.' उन्होंने बताया, 'टेक्नोलॉजी और ह्यूमन इंटेलिजेंस सर्विलांस की मदद से सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कम्युनिकेशन के कई तरीके स्थापित किए गए हैं, ताकि अगर एक तरीका फेल भी हो जाए, तो दूसरे का इस्तेमाल हो सके.'
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