Republic Day 2024: गणतंत्रता दिवस की परेड के बाद फिर एक बार कर्तव्य पथ पर उतरे प्रधानमंत्री मोदी
Republic Day 2024 Live Updates: 75वें गणतंत्र दिवस का देश जश्न मना रहा है. कर्तव्य पथ पर आज सांस्कृति विरासत ही नहीं, बल्कि देश की ताकत का दम भी दिखाई देगा.
उपराष्ट्रपति को विदा करने के बाद एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने अनोखे अंदाज में कर्तव्य पथ पर उतर गए हैं और वहां मौजूद दर्शकों का अभिवादन कर रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी 26 जनवरी की परेड के बाद हमेशा लोगों के बीच जाकर उनका अभिवादन स्वीकार करते हैं.
रिपब्लिक डे परेड के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उनकी बग्गी तक छोड़ने जा रहे हैं. राष्ट्रपति मुर्मू अब प्रसिडेंट्स बॉडीगार्ड्स के साथ अपनी बग्गी में सवार होकर वापस राष्ट्रपति भवन की ओर जाएंगी. उनके साथ मुख्य अतिथि इमैनुअल मैक्रों भी जा रहे हैं.
फ्लाई पास्ट के समापन के बाद अब प्रसिडेंट्स बॉडीगार्ड्स कर्तव्य पथ पर आ गए हैं. कर्तव्य पथ पर गणतंत्रता दिवस के आज के कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हो रहा है.
रिपब्लिक डे परेड का ग्रांड फिनाले शो दिखाते हुए राफेल लड़ाकू विमान कर्तव्य पथ की ओर बढ़ा और 90 डिग्री का कोन लेते हुए ऊपर की ओर चला गया. इस फॉर्मेशन को वर्टिकल चार्ली फॉर्मेशन कहा जाता है.
तेजस, जगुआर और राफेल के बाद अब सुखोई विमान कर्तव्य पथ के ऊपर से उड़ान भर रहे हैं. तीन सुखोई एमकेआई त्रिशूल के फॉर्मेशन में उड़ान भर रहे हैं और कर्तव्य पथ के ऊपर आसमान में तेज आवाजें गूंज रही हैं.
लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट 'तेजस', राफेल, एसयू-30, मिग-29, पी-8आई, जगुआर, डकोटा, डोर्नियर, सी-17, सी-130जे के साथ-साथ लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और अपाचे जैसे पुराने और आधुनिक विमान तेजस, नेत्र, वरुण, वज्रांग, त्रिशूल, अमृत, प्रचंड, अर्जन और तंगेल सहित अलग-अलग फॉर्मेशन का प्रदर्शन करेंगे. सबसे आखिर में, राफेल लड़ाकू विमान वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास भी दिखाएगा.
अब कर्तव्य पथ से सभी की निगाहें ऊपर आसमान की तरफ उठ गई हैं. समय सलामी उड़ान यानी फ्लाई पास्ट का है. फ्लाई पास्ट के दौरान 54 विमानों और हेलीकॉप्टरों के द्वारा एयर शो किया जाएगा. इनमें फ्रांस की वायु सेना और अंतरिक्ष बल के तीन विमान, भारतीय वायु सेना के 46 विमान और भारतीय नौसेना का एक और थल सेना के चार हेलीकॉप्टर शामिल हैं.
अब कर्तव्य पथ पर बहु प्रतिक्षित मोटरसाइकिल मार्च निकल रहा है. इस बार मोटरसाइकिल मार्च के जरिए भी नारी शक्ति का प्रदर्शन किया जा रहा है. CRPF, BSF और SSB की महिला कर्मी मोटरसाइकिल प्रदर्शन के दौरान साहसिक करतब दिखाकर देश की नारी शक्तिका प्रदर्शन करेंगी. इसमें 260 से ज्यादा महिला जांबाज चंद्रयान, सर्वत्र सुरक्षा, अभिवादन और योग से सिद्धि सहित विभिन्न बनावटों के जरिए वीरता और दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन कर रही हैं.
कांग्रेस पार्टी के प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने 75वें गणतंत्र दिवस के मौके कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु स्थित कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर पर झंडा फहराया. इस दौरान उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया और डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार मौजूद रहे.
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडा फहराया. ओवैसी ने 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं.
केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) की झांकी कर्तव्य पथ से गुजरी, जिसकी थीम 'सेंट्रल विस्टा- विकसित भारत का प्रतिबिंब' रही. CPWD के पीछे संस्कृति मंत्रालय की झांकी निकली, जिसमें भारत को लोकतंत्र की जननी बताया गया.
अब राज्यों के बाद अलग-अलग मंत्रालयों की झांकियां गुजर रही हैं. सबसे पहले ISRO की झांकी निकली, जिसमें चंद्रयान 3 और भारतीय अंतरिक्ष के इतिहास की झलक देखने को मिली. उसके पीछे CSIR की झांकी रही, जिसमें वैज्ञानिकों की कोशिशों और उपलब्धियों को दिखाया गया. इसके पीछे इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, फिर बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय, गृह मंत्रालय, विदेश मंत्रालय की झांकियां निकलीं. विदेश मंत्रालय की झांकी में जी-20 शिखर सम्मेल की झलकियां दिखाई दीं.
उत्तर प्रदेश की झांकी कर्तव्य पथ से गुजर रही है. इस झांकी की थीम अयोध्या: विकसित भारत समृद्ध विरासत रही. अयोध्या के राम मंदिर और रामलला के गीत यूपी की झांकी के साथ बजाए गए. झांकी के आगे के हिस्से में रामलला की प्रतिमा दिखाई गई. उत्तर प्रदेश की झांकी के पीछे तेलंगाना की झांकी आ रही है, जिसकी थीम - जमीनी स्तर पर लोकतंत्र- तेलंगाना के स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत रही.
अब कर्तव्य पथ से आंध्र प्रदेश की झांकी गुजर रही है, जिसकी थीम 'आंध्र प्रदेश में स्कूली शिक्षा में बदलाव से छात्रों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना' थी. इसके पीछे लद्दाख, तमिलनाडु और गुजरात की झांकी हैं. उनके पीछे मेघालय और झारखंड की झांकी हैं.
अब कर्तव्य पथ से राजस्थान की झांकी गुजर रही है, जिसकी थीम विकसित भारत में पधारो म्हारे देश थी. इस झांकी में राजस्थान की संस्कृति का प्रदर्शन किया गया. इसके पीछे महाराष्ट्र की झांकी है, जिसकी थीम भारतीय लोकतंत्र के लिए प्रेरणा- छत्रपति शिवाजी महाराज है. महाराष्ट्र की झांकी को देख केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खड़े होकर ताली बजाई.
अब कर्तव्य पथ से मध्य प्रदेश की झांकी आत्मनिर्भर महिला-विकास का मंत्र थीम के साथ गुजर रही है. उनके पीछे ओडिशा की झांकी है, जिसकी थीम है विकसित भारत में महिला सशक्तिकरण. ओडिशा के पीछे छत्तीसगढ़ की झांकी है, जिसकी 'थीम बस्तर मुरिया दरबार की आदिम जन संसद' है.
अरुणाचल प्रदेश के बाद हरियाणा की झांकी रही, जिसकी थीम मेरा परिवार मेरी पहचान थी. उसके पीछे मणिपुर की झांकी 'थम्बल गी लंगला-कमल धागे' की थीम के साथ कर्तव्य पथ से गुजरी.
अरुणाचल प्रदेश की झांकी से राज्यों की झांकियों की शुरुआत हुई है. इस झांकी में बुगुन समुदाय दिखाया गया है. इस झांकी को सबसे पहले रखे जाने से भारत ने चीन को साफ-साफ संदेश दिया है कि अरुणाचल भारत का अभिन्न अंग हैं.
NCC के बाद NSS की टुकड़ी कर्तव्य पथ पर कदमताल कर रहे हैं. इस टुकड़ी में स्वयंसेवक राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) दल की 200 महिला कैडेट्स शामिल हैं. इसका नेतृत्व NSS के क्षेत्रीय निदेशालय, गुवाहाटी की रागिना तमांग कर रही हैं, जो सिक्किम की हैं.
भारतीय सेना और अर्ध सैनिक बलों के बाद अब एनसीसी की अलग-अलग टुकड़ियां कदमताल कर रही हैं. पहली बार इस परेड में ऑल-गर्ल ट्राई-सर्विस मार्चिंग दस्ता हिस्सा ले रहा है, जिसका नेतृत्व उत्तर प्रदेश निदेशालय की सीनियर अंडर ऑफिसर तनु तेवतिया कर रही हैं. इस दस्ते में 148 लड़कियों शामिल हैं.
अब सीमा सुरक्षा बल की ऊंट टुकड़ी कर्तव्य पथ पर कदमताल कर रही है. इस टुकड़ी का नेतृत्व डिप्टी कमांडेंट मनोहर सिंह खींची कर रही हैं. ये दूसरी बार है जब महिला ऊंट सवार अपने सजे हुए ऊंटों पर परेड में हिस्सा ले रही हैं.
वायु सेना के बाद कोस्ट गार्ड्स और फिर BSF का दस्ता कदमताल कर रहा है. ये पूरी टुकड़ी महिला अधिकारियों की है. उनके पीछे CISF का दस्ता है और ये दस्ता भी पूरी तरह से नारी शक्ति से सुसज्जित है. उनके पीछे ITBP का दस्ता कदमताल कर रहे है.
अब भारतीय वायु सेना की टुकड़ी कदमताल कर रही है. वायु सेना की टुकड़ी में स्क्वाड्रन लीडर रश्मी ठाकुर के नेतृत्व में 144 वायुसैनिक और चार अधिकारी शामिल हैं. स्क्वॉड्रन लीडर सुमिता यादव और प्रतीति अहलूवालिया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट कीर्ति रोहिल दल कमांडर के पीछे अतिरिक्त अधिकारियों के रूप में मार्च पास्ट कर रही हैं. भारतीय वायु सेना की झांकी की थीम सक्षम, सशक्त, आत्मनिर्भर है.
झांकी की शुरुआत में भारतीय नौसेना की सभी भूमिकाओं और सभी रैंकों में महिलाओं को दर्शाया गया है, वहीं दूसरे भाग में स्वदेशी कैरियर बैटल ग्रुप को दिखाया गया है, जिसमें विमान वाहक विक्रांत, उसके अत्यधिक सक्षम एस्कॉर्ट जहाज दिल्ली, कोलकाता और हल्के लड़ाकू विमान शिवालिक हैं. इसमें उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, पनडुब्बी और जीसैट-7, रुक्मणी उपग्रह शामिल हैं.
भारतीय नौसेना का दल अब कर्तव्य पथ पर कदमताल कर रहा है. ये पूरा दल महिला जवानों से सुसज्जित है और देश की नारी शक्ति का प्रदर्शन दुनिया भर के सामने है.
महिला ट्राई सर्विस की टुकड़ी के बाद सिख रेजिमेंट और उनके पीछे कुमाऊं रेजिमेंट की टुकड़ी कदमताल कर रही है. उनके पीछे बॉम्बे सैपर्स का दल मार्च कर रहा है. उनके पीछे ध्रुव की ताल के साथ AOC का दस्ता है. उनके पीछे आर्म्ड फोर्सेेज मेडिकल कंटिजेंट कर्तव्य पथ से गुजर रहा है. पहली बार ये पूरा दल महिलाओं का है.
ट्राई सर्विस का दस्ता अब कर्तव्य पथ से गुजर रहा है. इस पूरे दस्ते में महिला जवान ही हैं. इसमें तीनों सेना-जल, थल और वायु सेना की महिला जवान हैं. ये पहली बार है जब ट्राई सर्विस की महिला टुकड़ी एक साथ कर्तव्य पथ पर कदमताल कर रही है.
भारत की सुरक्षा के लिए बने दमदार हथियारों के बाद मार्चिंग दस्तों की शुरुआत भी हो गई है. सबसे पहले कर्तव्य पथ पर मद्रास रेजिमेंट के जवान कदमताल कर रहे हैं. ये देश की सबसे पुरानी इन्फेंट्री रेजीमेंट है. मद्रास रेजिमेंट के बाद ग्रेनेडियर्स रेजिमेंट का दस्ता मार्च कर रहा है. उनके पीछे राजपूताना राइफल्स के जवान कदमताल कर रहे हैं. इनका युद्ध घोष है राजा राम चंद्र की जय.
पहली बार कर्त्तव्य पथ पर सभी टुकड़ियां महिलाओं की ही हैं, जिसका नेतृत्व सैन्य पुलिस की कैप्टन संध्या कर रही हैं. इसमें तीन अतिरिक्त अधिकारी कैप्टन शरण्या राव, सब लेफ्टिनेंट अंशू यादव और फ्लाइट लेफ्टिनेंट श्रृष्टि राव हैं. महिला सशस्त्र बल चिकित्सा सेवा दल का नेतृत्व मेजर सृष्टि खुल्लर कर रही हैं, जिसमें आर्मी डेंटल कोर में कैप्टन अंबा सामंत, भारतीय नौसेना में सर्जन लेफ्टिनेंट कंचना और भारतीय वायु सेना में फ्लाइट लेफ्टिनेंट दिव्या प्रिया शामिल हैं.
कर्तव्य पथ पर अब ऑल-टेरेन व्हीकल के बाद पिनाका राष्ट्रपति को सलामी दे रही हैं. इसके बाद वेपन लोकेटिंग रडार सिस्टम 'स्वाति', सर्वत्र मोबाइल ब्रिजिंग सिस्टम, ड्रोन जैमर सिस्टम और मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल सिस्टम कर्तव्य पथ से गुजर रही हैं.
घुड़सवारों के दस्ते के बाद टी-90 टैंक से लेफ्टिनेंट फैज सिंह ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सलामी दी. इस टैंक को भीष्म के नाम से भी जाना जाता है और ये भारतीय थल सेना का एक खतरनाक हथियार है. उसके पीछे भारतीय निर्मित नाग मिसाइल चल रही है.
फ्रांस की सेना के पीछे भारतीय सैन्य दस्तों का आना शुरू हो गया है. सबसे पहले भारती सेना की कैवेलरी यूनिट राष्ट्रपति के सामने से गुजर रहे हैं. 61 कैवेलरी देश की सबसे पुरानी पलटन में से हैं और इन्हें कई सैन्य सम्मानों से नवाजा जा चुका है.
भारत के सर्वोच्च सैन्य पदक विजेताओं के बाद अतिथि देश फ्रांस की सेना की टुकड़ी कदमताल कर रही है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 75 वे गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि हैं.
परेड कमांडर की सलामी के बाद गैलेंट्री अवॉर्ड्स विजेता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के सामने से गुजरते हुए उन्हें सलामी दे रहे हैं. इस दौरान देश के सर्वोच्च सैन्य सम्मान विजेता सैनिक कर्तव्य पथ पर राष्ट्रपति के सामने से गुजरते हैं. परमवीर चक्र, महावीर चक्र और अशोक चक्र अपने क्रम में निकल रहे हैं.
कर्तव्य पथ पर हुआ परेड का शुभारंभ 112 वाद्य यंत्रों के साथ कलाकारों ने किया. इसके बाद एमआई-17 हेलीकॉप्टर के ट्रायो के साथ शुरू हुई. ध्वज फॉर्मेशन में राष्ट्रीय ध्वज के साथ जल, थल और वायु सेना के धव्जों को लहराते हुए हेलीकॉप्टर निकले.
कर्तव्य पथ पर पहुंचने के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने तिरंगे को सलामी दी. इसी के साथ 75वें गणतंत्र दिवस की परेड का शुभारंभ होता है.
गणतंत्र दिवस के मौके पर कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता जयराम रमेश ने संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के कर्तव्य को निभाने की अपनी जिम्मेदारी को याद किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'एक भारतीय होने के नाते संविधान के मूल सिद्धांतों की रक्षा करना हमारा कर्तव्य है. अन्याय और अत्याचार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाना हमारा फर्ज़ है. देश की विविधता में एकता को बरकरार रखना हम सबकी ज़िम्मेदारी है. आज गणतंत्र दिवस के दिन हम बाबा साहेब के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपने संकल्पों को दोहराते हैं. न्याय का हक़ मिलने तक हम आवाज़ उठाते रहेंगे.'
कर्त्वय पथ पर पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का स्वागत करने पहुंचे. अब थोड़ी ही देर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी कर्तव्य पथ पर पहुंच रही हैं.
भारतीय सेना की घुड़सवारों की पलटन प्रेसिडेंट बॉडीगार्ड्स के साथ राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ऐतिहासिक बग्गी में सवार होकर कर्तव्य पथ की ओर रवाना हो गई हैं. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों भी मौजूद हैं. वहां नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्तव्य पथ के लिए रवाना हो चुके हैं.
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भी भारत को गणतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की जनता को 75वें गणतंत्रता दिवस की बधाई दी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांधनी साफा बांध कर कर्तव्य पथ पर पहुंच गए हैं. यहां से वो सबसे पहले नेशनल वॉर मेमोरियल पहुंचे हैं. यहां वीर जवान ज्योति श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं.
मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने भी भारत को 75वें गणतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने ट्विटर (एक्स) पर पोस्ट करते हुए लिखा, 75वें गणतंत्रता दिवस के पावन मौके पर मैं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सरकार और भारत के नागरिकों को शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने इसी के साथ ये कामना भी की कि मालदीव और भारत के बीच रिश्ते और मजबूत हों.
गणतंत्रता दिवस के मौके पर अलग-अलग राज्यों में भी जश्न मनाया जा रहा है. इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में झंडा फहराया. वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी अपने आवास पर झंडा फहराया.
भारत के 75वें गणतंत्र दिवस का जश्न पूरे देश में तो मनाया ही जा रहा है बल्कि दुनिया भर में इसकी गूंज सुनाई दे रही है. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी एल्बानीज ने भी भारत को गणतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. उन्होंने अपने संदेश में लिखा, 'हमारे साझा राष्ट्रीय दिवसों पर हमें अपनी मित्रता की गहराई का जश्न मनाने का मौका मिलता है.' मालूम हो कि ऑस्ट्रेलिया भी 26 जनवरी को नेशनल डे के तौर पर मनाता है.
गणतंत्रता दिवस के मौके पर देशभर में जश्न मनाया जा रहा है. ऐसे में सरहदों पर तैनात सीमा की सुरक्षा में जुटे देश के जवान भी इस दिन का जश्न मना रहे हैं. 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भारत और चीन की सीमा पर तैनात ITBP के जवानों ने भी झंडा फहराकर देश को बधाइयां दीं. बर्फ से घिरे पहाड़ों पर हाड़ कंपा देने वाले मौसम भी भारतीय जवान मुस्तैदी से देश की सुरक्षा को सुनिश्चित कर रहे हैं.
75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी (BJP) के मुख्यालय पर पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने झंडा फहराया. उन्होंने देशवासियों को गणतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी हैं.
गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार सशस्त्र बलों के 80 जवानों को गैलेंट्री अवॉर्ड्स से सम्मानित किया जाएगा. इनमें से 12 को ये सम्मान मरणोपरांत दिया जा रहा है. 80 गैलेंट्री अवॉर्ड्स में से 6 कीर्ति चक्र, 16 शौर्य चक्र, 53 सेना मेडल, 1 नौसेना मेडल और और चार वायु सेना मेडल हैं. गैलेंड्री अवॉर्ड्स के अलावा 311 डिफेंस डेकोरेशन्स भी दिए गए हैं. इनमें 31 परम विशिष्ठ सेवा मेडल, 4 उत्तम युद्ध सेवा मेडल, दो अति विशिष्ठ सेवा मेडल बार, 59 अति विशिष्ठ सेवा मेडल, 10 युद्ध सेवा मेडल, 8 सेना मेडल बार (कर्तव्य समर्पण), 38 सेना मेडल (कर्तव्य समर्पण), 10 नौसेना मेडल (कर्तव्य समर्पण), 14 वायु सेना मेडल (कर्तव्य समर्पण), पांच विशिष्ठ सेवा मेडल बार और 130 विशिष्ठ सेवा मेडल शामिल हैं.
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने 75वें गणतंत्रता दिवस के मौके पर नागपुर स्थित RSS मुख्यालय पर तिरंगा झंडा फहराया.
देशभर में गणतंत्रता दिवस का जश्न शुरू हो गया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस मौके पर जयपुर में झंडा फहराया. भजनलाल शर्मा पहली बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री के तौर पर पहली बार झंडा अपने आवास पर ही फहराया.
स्पेशल कमिश्नर (सुरक्षा) दिपेंद्र पाठक ने गणतंत्रता दिवस के मौके पर दिल्ली स्थित कर्तव्य पथ की सुरक्षा को लेकर इंतजामों के बारे में बताया और कहा कि उस इलाके को सुरक्षा के लिहाज से कई जोन में बांटा गया है. उन्होंने बताया कि खतरे की आशंका बहुत ज्यादा हैं, ऐसे में खुफिया एजेंसियों, दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों को भी कई तरह की सूचनाएं मिल रही हैं. इसके मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी हैं. पीएम मोदी ने इस मौके पर ट्विटस (एक्स) पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'देश के अपने समस्त परिवारजनों को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. जय हिंद.'
75वें गणतंत्र दिवस के पर्व पर उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में शिवलिंग को तिरंगे के रंगों से सजाया गया है. भस्म आरती के बाद महाकाल मंदिर में शिवलिंग को तिरंगे झंडे से सजाया गया.
75वें गणतंत्रता का जश्न भारत के हर नागरिक से लेकर हर संस्था मना रही है. इस जश्न में रंग भरने के लिए भारतीय रेलवे ने भी अपने पहले रेलवे ब्रिज को तिरंगे के रंगों से सराबोर कर दिया. जम्मू कश्मीर में कटरा और रियासी को जोड़ने वाले अंजी नदी पर बने रेलवे ब्रिज को तिरंगे के रंग में रोशन किया गया. ये भारत का पहला केबल ब्रिज है.
बैकग्राउंड
Republic Day 2024 Live Updates: देश शुक्रवार (26 जनवरी) को 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. गणतंत्र दिवस की परेड में विभिन्न राज्यों थीम पर झांकी दिखेंगी. परेड में फ्रांस का 95-सदस्यीय मार्चिंग दस्ता और 33-सदस्यीय बैंड दस्ता भी शामिल होगा. वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि हैं.
इस साल परेड देखने के लिए कर्तव्य पथ पर करीब 50 हजार से ज्यादा लोग पहुंचे हैं. हजारों लोग टीवी और अन्य माध्यमों से इसे लाइव देख रहे हैं. गणतंत्र दिवस लोगों के शासन का उत्सव रहा है. भारत ने 26 जनवरी 1950 को संविधान अपनाया. जिसके बाद देश 26 जनवरी के दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने लगा.
भारत ने 1951-52 में हुए पहले चुनाव के बाद से कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन देश में लोकतंत्र कायम रहा. सरकारें बदलती रही और सत्ता पर बैठे लोगों की जवाबदेही तय होती रही. संविधान से ही इस देश की कोर्ट से लेकर सरकारों को काम करना पड़ा.
गणतंत्र दिवस के जश्न के दौरान चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था है. कर्तव्य पथ और उसके आसपास के इलाकों में सुरक्षा को लेकर दस हजार से ज्यादा सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है. विशेष पुलिस आयुक्त (सुरक्षा) दीपेंद्र पाठक ने कहा कि 26 जनवरी के समारोह के लिए सुरक्षा, यातायात और जिला इकाइयां मिलकर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय कर काम कर रही हैं. उन्होंने कहा कि कर्तव्य पथ के मुख्य क्षेत्र में लगभग 14,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया जाएगा.
पाठक ने कहा कि कमांडो, त्वरित प्रतिक्रिया दल, पीसीआर वैन, मोर्चा, विध्वंस रोधी जांच और स्वाट टीम को कर्तव्य पथ और दिल्ली में अहम स्थानों पर तैनात किया जाएगा. विशेष आयुक्त ने कहा कि दिल्ली पुलिस किसी भी आपात स्थिति को नाकाम करने के लिए पेशेवर तत्परता से तैयार है.
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