Republic Day 2024 Parade: भारत इस बार अपना 75वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. 'कर्तव्य पथ' पर 26 जनवरी की गणतंत्र दिवस परेड में इस बार कुछ अलग देखने को मिलेगा. इस बार केवल जमीन, आसमान और समंदर तक ही नहीं, बल्कि अंतरिक्ष में भारत की ताकत को भी दुनिया के सामने पेश किया जाएगा. हालांकि, इस साल की झांकियां पृथ्वी, वायु, समंदर, साइबर और स्पेस जैसे 5 आयामों के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा में महिला शक्ति के विषय पर आधारित हैं.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार (25 जनवरी) को राष्ट्र को संबोधित करते हुए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का भी जिक्र किया. राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बना. हमें अपने वैज्ञानिकों और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों पर सदैव गर्व रहा है लेकिन अब ये पहले से कहीं अधिक ऊंचे लक्ष्य तय कर रहे हैं. वहीं, उनके अनुरूप परिणाम भी हासिल कर रहे हैं.
महिला शक्ति के विषय पर भी संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 'नारी शक्ति वंदन अधिनियम', महिला सशक्तीकरण का एक क्रांतिकारी माध्यम सिद्ध होगा.
अहम बात यह है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी (ISRO) की ओर से 14 जुलाई, 2023 को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से चंद्रयान-3 को लॉन्च किया गया था. चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल ने चांद के साउथ पोल पर 23 अगस्त 2023 की शाम को सफल लैंडिंग की थी, जिसके बाद देशवासियों ने जश्न मनाया था.
भारत ने दिखायी दुनिया में स्पेस सुपरपावर
चांद पर सफल लैंडिंग के साथ ही भारत ऐसा करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया था. भारत से पहले सिर्फ अमेरिका, रूस और चीन ही सॉफ्ट लैंडिंग कर पाए थे. ऐसा करके भारत ने दुनिया में अपनी स्पेस सुपरपावर को दिखाया.
इस सभी को दुनिया एक बार फिर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान झांकी के रूप में देखेगी. भारत के पहले ह्यूमन स्पेस मिशन 'गगनयान' (Gaganyaan Mission) पर काम चल रहा है. इसरो ने सौर मिशन आदित्य एल-1 में भी सफलता पाई है.
इसरो ने इस साल 3 प्रमुख रॉकेट भी लॉन्च किए जिसमें पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) से 6 मिशन, जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (GSLV) से 3 और लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (एलवीएम-3) से 1 का प्रक्षेपण शामिल है.
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