जम्मू: सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख के के शर्मा ने कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर बीएसएफ जम्मू एवं पंजाब में पाकिस्तान के साथ लगती सीमा पर उच्च स्तर की सतर्कता बरत रहा है क्योंकि सीमा से आतंकवादियों को घुसाने की बार बार कोशिशें की जा रही हैं. शर्मा ने जम्मू और साम्बा सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास अग्रिम चौकियों का दौरा किया.


शर्मा ने कहा, ''पाकिस्तान से आतंकवादियों के घुसने का षड़यंत्र रचने की कुछ रिपोर्ट मिली हैं'', लेकिन उनकी पुष्टि नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन ऐसा करने की कोशिशें की जा रही हैं और हम उन्हें नाकाम करने के लिए सीमा पर हैं.’’ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर खतरे के बारे में उन्होंने कहा कि हर साल की तरह, इस साल भी बड़ा खतरा है.


शर्मा ने कहा, ‘‘पंजाब एवं जम्मू में सीमा के पास उच्च स्तर की सतर्कता बरती जा रही है. हर साल 26 जनवरी और 15 अगस्त को उच्च स्तर की सतर्कता बरती जाती है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दूसरी ओर से लगातार कोशिशें की जा रही हैं लेकिन हम तैयार एवं सतर्क हैं. हम उन्हें जम्मू एवं पंजाब में सीमाओं पर सफल नहीं होने देंगे.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या आतंकवादियों को पाकिस्तान के अर्धसैन्य बल रेंजर्स से मदद मिल रही है, उन्होंने कहा कि उन्हें राज्य तंत्र से मदद मिल रही है. हमें लगता है कि उन्हें उनका समर्थन मिल रहा है. आतंकवादियों के प्रशिक्षण शिविर बरकरार हैं.


सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख ने कहा कि पंजाब और जम्मू के साथ लगती सीमाओं से घुसपैठ की सभी कोशिशों को पिछले साल नाकाम कर दिया. उन्होंने यह भी बताया कि सीमा की रक्षा करने में तकनीक का अधिक इस्तेमाल किया जाएगा.