नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस के पहले 10,000 सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के साथ ही दिल्ली पुलिस सुरक्षा के चाक चौबंद उपाय करने के लिए इस बार चेहरा पहचानने वाले सिस्टम और ड्रोन की भी सहायता लेगी. डीसीपी (नयी दिल्ली जोन) ईश सिंघल ने बताया कि ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो गणतंत्र दिवस परेड पर मुख्य अतिथि होंगे और अतिथियों के लिए सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए गए हैं.
7 लेयर की सुपर सिक्योरिटी
दिल्ली पुलिस ने राजपथ पर इस बार 7 लेयर की सुपर सिक्योरिटी की प्लानिंग की है. पहले सुरक्षा घेरे में एसपीजी, दूसरा घेरे में एनएसजी कमांडो, तीसरा घेरा में सेना के जवान, चौथे में पैरामिलिट्री फोर्स, पांचवे, छठे और सातवें घेरे में दिल्ली पुलिस के स्वात कमांडो, खुफिया एजेंसियों के लोग और दिल्ली पुलिस के जवान होंगे.
शार्पशूटर और स्नाइपरर्स की होगी तैनाती
अधिकारियों ने बताया कि राजपथ से लाल किला तक परेड मार्ग पर निगरानी रखने के लिए बहुमंजिला इमारतों पर शार्पशूटर और स्नाइपर तैनात रहेंगे. लाल किला, चांदनी चौक और यमुना खादर वाले इलाकों में कम से 150 कैमरों सहित सुरक्षा व्यवस्था के तहत सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे हैं. राजपथ और परेड के रास्तों में पड़ने वाली 500 इमारतों को 25 जनवरी को सील कर दिया जाएगा और इन इमारतों पर दिल्ली पुलिस के शार्प शूटर्स को तैनात किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘ सुरक्षा के वयापक इंतजाम हैं. राष्ट्रीय राजधानी के भीतरी, मध्य, बाहरी और सीमावर्ती क्षेत्र में यह व्यवस्था होगी.’’
सुरक्षा के लिए करीब 25 हजार जवान तैनात
राजपथ और परेड के रास्तों की सुरक्षा के लिए करीब 25 हजार जवान तैनात किये गए हैं. जिनमें 17 हजार दिल्ली पुलिस के जवान, 45 पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनी और स्वात कमांडो के जवान शामिल होंगे. सुरक्षा कर्मियों ने व्यस्त बाजारों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड और अन्य जगहों की पहचान की है, वहां पर अतिरिक्त पुलिस बल की व्यवस्था की जा रही है.
अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर चल रहा है 'ऑपरेशन सर्द हवाएं'
गणतंत्र दिवस के आस-पास पाकिस्तान जम्मू कश्मीर में बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देने के लिए सीमा से घुसपैठ करवाने की फ़िराक में है. पाकिस्तान की इस नापाक साजिश को नाकाम करने के लिए सीमा सुरक्षा बल ने इन दिनों अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर 'ऑपरेशन सर्द हवाएं' चला रखा है.
जम्मू से मिली खबर के मुताबिक, जम्मू कश्मीर पुलिस ने शहर में आसमान से नजर रखने के लिए ड्रोनों को लगाया है. खासकर एम ए स्टेडियम के आसपास नजर रखी जा रही है जहां पर गणतंत्र दिवस का समारोह होना है.
पुलिस ने बताया कि नव गठित क्राइसिस रेस्पांस टीम (सीआरटी) को भी संवेदनाशील इलाके में तैनात किया गया है. किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए शहर के ज्यादातर इलाके में ड्रोनों से निगरानी की जा रही है .
मुंबई से मिली जानकारी, के अनुसार मध्य मुंबई में शिवाजी पार्क के आसपास के इलाके को ड्रोनों के लिए उड़ान निषिद्ध क्षेत्र घोषित किया गया है. मैदान के आसपास सुरक्षा के सघन इंतजाम किए गए हैं . शिवाजी पार्क पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान महाराष्ट्र के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे.
अधिकारियों ने बताया कि 22 फरवरी तक इलाके में ड्रोन और रिमोट संचालित किसी भी एयरक्राफ्ट को उड़ाने पर रोक रहेगी. हालांकि, पुलिस कर्मी अपने ड्रोनों के जरिए निगरानी कर सकेंगे.
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