Republic Day prade 2022: गणतंत्र दिवस (Republic Day) परेड 2022 में पश्चिम बंगाल (West Bengal) और तमिलनाडु (Tamil Nadu) की झांकियों को शामिल न करने को लेकर रक्षा मंत्रालय (Defense Ministry) ने साफ कर दिया है कि अब फैसला बदला नहीं जा सकता है. खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु के के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखकर स्थिति साफ कर दी है. रक्षा मंत्री ने अपने पत्र में साफ कर दिया है कि झांकियों को लेने और न लेने का फैसला एक उच्च स्तरीय कमेटी करती है जिसमें अलग-अलग फील्ड के एक्सपर्ट शामिल होते हैं.
झांकी को लेकर रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी साफ किया कि झांकियों पर फैसला बहुत पहले हो जाता है. ऐसे में अब शामिल करने का फैसला मुमकिन नहीं है. आपको बता दें कि इस साल 21 राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्रीय मंत्रालय (और विभागों) की झांकी इस साल राजपथ पर दिखाई देंगी.
इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अरूणाचल प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, गोवा, गुजरात, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मेघालय, पंजाब, यूपी और उत्तराखंड शामिल हैं. वहीं केंद्रीय मंत्रालय और विभागों में शिक्षा मंत्रालय (स्किल डेवलपमेंट के साथ), सिविल एविएशन, कम्युनिकेशन (और पोस्टल विभाग), गृह मंत्रालय, शहरी विकास, टैक्सटाइल, न्याय और कानून, जलशक्ति और संस्कृति मंत्रालय शामिल हैं.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक कोरोना प्रोटोकॉल को देखते हुए इस साल गणतंत्र दिवस समारोह में पांच हजार से आठ हजार दर्शक ही शामिल होंगे. पिछले साल करीब 25 हजार लोग इस समारोह को देखने राजपथ पर आए थे. लेकिन, इस बार कोविड प्रोटोकॉल के चलते संख्या बेहद कम कर दी गई है.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, लोगों से अपेक्षा है कि जनता परेड को टीवी, मोबाइल पर ही ज्यादा देखे और राजपथ ना आए. इस साल आटोरिक्शा ड्राइवर, सफाई कर्मचारी और कोविड वॉरियर्स को खास तौर से राजपथ की दर्शक-दीर्घा में बैठने के लिए आमंत्रित किया जाएगा. रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सेंट्रल विस्टा पर चल रहे निर्माण कार्यों की वजह से परेड में कोई परेशानी नहीं आएगी.
मौसम को देखते हुए इस साल परेड आधे घंटे देर से शुरू होगी ताकि फ्लाई पास्ट को साफ-साफ देखा जा सके. मिली जानकारी के मुताबिक इस साल परेड 10.30 पर शुरू होगी. हर साल परेड 10 बजे शुरू होती थी. इस साल गणतंत्र दिवस सप्ताह की शुरूआत 23 जनवरी से हो जाएगी. 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती है. उसी शाम को नेशनल वॉर मेमोरियल पर प्रधानमंत्री देश के पहले 'आपदा प्रबंधन' पुरस्कार वितरण करेंगे.