नई दिल्लीः 23 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल है. पूरी परेड ठीक उसी तरह से होगी जैसाकि 26 जनवरी को. लेकिन फुल ड्रेस में सिर्फ वीवीआईपी नहीं होंगे. बाकी परेड वैसे ही परफार्म करेगी जैसे गणतंत्र दिवस को होगी. परेड सुबह 10 बजे से शुरू होगी. लेकिन, सुबह 9 बजे से तीनों सेनाओं के प्रमुख, सीडीएस, रक्षा सचिव और रक्षा मंत्री का डमी प्रदर्शन होगा पहुंचने का नेशनल वॉर मेमोरियल (समर स्मारक) पर. 9.25 मिनट पर प्रधानमंत्री के पहुंचने का समय है समर स्मारक पर.
शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद पीएम राजपथ पर 9.40 मिनट पर पहुंच जाएंगे. उसके बाद उपराष्ट्रपति, ब्राजील के राष्ट्रपति (जो इस साल गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि हैं) पहुंचेंगे. सबसे आखिर में राष्ट्रपति पहुंचेंगे जिन्हें सेना की प्रेसीडेंट बॉडीगार्ड्स रेजीमेंट के घुड़सवार एस्कॉर्ट करके लाएंगे. राजपथ लॉन में बने स्पेशल एनकलोजर के बाहर राष्ट्रपति झंडा फहराएंगे और राष्ट्र गान के बाद परेड शुरू हो जाएगी.
सबसे पहले वायुसेना का फ्लाई पास्ट होगा जिसमें चार हेलीकॉप्टर तिरंगे और तीनों सेनाओं के झंडे फहराएंगे. उसके बाद थलसेना के एएलएच हेलीकॉप्टर राजपथ के ऊपर से निकलेंगे. उसके बाद राजपथ पर परेड शुरू हो जाएगी.
इस बार परेड का आकर्षण
एसैट मिसाइल
एंटी सैटेलाइट मिसाइल. जिसे पिछले साल ही डीआरडीओ ने टेस्ट किया था, वो परेड का सबसे बड़ा सामरिक हथियार है. स्पेस में चीन से लगातार मिल रही चुनौती के बीच ये एसैट मिसाइल भारत के जंगी बेड़े का सबसे बड़ा हथियार माना जा रहा है.
के9वज्र तोप
दक्षिण कोरिया की मदद से एलएंडटी कंपनी ने भारत में तैयार की ये तोपें हाल ही में भारतीय सेना में शामिल हुई हैं. दिसम्बर के महीने में पाकिस्तानी सीमा से सटे थार के रेगिस्तान में भारतीय सेना ने सिधु-सुदर्शन युद्धभ्यास के दौरान इन के9 वज्र तोपों को परखा था. पहली बार राजपथ में इनकी दस्तक हो रही है.
रफाल लड़ाकू विमान
खास दशहरा के मौके पर फ्रांस ने पहला रफाल लड़ाकू विमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सौंप दिया था. अबतक चार रफाल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना को मिल चुके हैं. हालांकि अभी ये रफाल फाइटर जेट्स भारत नहीं पहुंचे हैं और भारत के फाइटर पायलट्स इन नए रफाल लड़ाकू विमानों पर फ्रांस में ही ट्रैनिंग ले रहे हैं. लेकिन वायुसेना ने इन रफाल लड़ाकू विमानों को अपनी टेब्लूय यानि झांकी में शामिल कर लिया है. फ्रांस के साथ हुई सौदे पर राजनैतिक विवादों के चलते रफाल लगातार सुर्खियों में बना हुआ है अपनी मारक क्षमता के अलावा.
एलसीएच हेलीकॉप्टर
भारत का पहला स्वदेशी अटैक हेलीकॉप्टर, एलसीएच भी वायुसेना की झांकी में दिखाई पड़ेगा. हालांकि ये अभी तक वायुसेना में शामिल नहीं हुआ है लेकिन गणतंत्र दिवस परे़ड की झांकी में शामिल कर वायुसेना ने साफ कर दिया है कि अब लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर भारतीय वायुसेना के जंगी बेड़े में शामिल होने जा रहा है. इस अटैक हेलीकॉप्टर को भारत की सरकारी कंपनी, एचएएल ने तैयार किया है. हाल ही में एचएएल ने एलसीएच हेलीकॉप्टर के ट्रायल के लिए खुद एबीपी न्यूज संवाददाता नीरज राजपूत को बेंगलुरू में आमंत्रित कर इसकी फ्लाईंग कराई थी.
चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर
अमेरिका से लिए चिनूक ट्रांसपोर्ट हेलीकॉप्टर और अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर पहली बार गणतंत्र दिवस परेड की फ्लाई पास्ट में हिस्सा ले रहे हैं.
विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर
कोचिन शिपयार्ड में तैयार हो रहा देश का पहला स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत, विक्रांत इस बार नौसेना की झांकी में शामिल होने जा रहा है. इसके साथ एंटी सबमेरिन (सबमरीन) और टोही विमान, पी8आई भी झांकी में शामिल की गई है. कोलकता क्लास युद्धपोत से ब्रह्मोस मिसाइल लांच करते हुए भी दिखाई देगी.
खाड़ी देशों में नौसेना के ऑपरेशन और रेस्कयू मिशन
नौसेना की झांकी में इस बार दिखाया गया है कि खाड़ी देशों में किसी भी तनाव के दौरान किस तरह भारतीय नौसेना हमेशा चौकन्ना रहती है अपने मालवाहक जहाज और तेल के टैंकर्स को फारस की खाड़ी से सुरक्षित निकालने के लिए.
कैप्टन तानिया शेरगिल
इस बार परेड की शान हैं थलसेना की कैप्टन तानिया शेरगिल. हालांकि पिछले कई सालों से महिलाएं गणतंत्र दिवस की परेड़ में हिस्सा ले रही हैं. लेकिन कैप्टन तानिया इस मायने में अहम हैं कि वे अपने परिवार की चौथी पीढ़ी की आर्मी ऑफिसर हैं. उनके पड़दादा सिख रेजीमेंट में थे, दादा आर्मर्ड (यानि टैंक) ऑफिसर थे और पिता आर्टलरी यानि तोपखाने में अधिकारी थे. तानिया के पिता ने सेना से रिटायरमेंट के बाद सीआरपीएफ में भी अपने सेवाएं दी थीं.
स्पेशल फोर्स के कमांडो
तेजी से मार्च पास्ट करने के लिए दुनियाभर में विख्यात थलसेना के एसएफ फोर्स के कमांडो भी इस बार की परेड में अहम हिस्सा हैं. देश के लिए दो-दो सर्जिकल स्ट्राइक कर पूरे देश के हीरो हैं स्पेशल फोर्स के कमांडोज़.
सीआरपीएफ के डेयरडेविल्स
बाइक पर स्टंट करने वाला सीआरपीएफ का दस्ता जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं उसके राजपथ पर करतब देखकर हरेक दांतो तले उंगुलियां दबा लेगा.
एनडीआरएफ का दस्ता
देश में कहीं भी प्राकृतिक आपदा हो वहां सबसे पहले एनडीआरएफ का दस्ता पहुंच जाता है लोगों की मदद के लिए. इस बार परेड में एनडीआरएफ का खास दस्ता अपने स्पेशल सीबीआरएन (कैमिकल बायलोजिकल, रेडियोलोजिकल और न्युक्लिर) सूटगियर में दिखाई पड़ेगा.
पुलवामा में दो दिन से जारी मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर, ऑपरेशन तेज