गणतंत्र दिवस के मद्देनजर छावनी में तब्दील हुई दिल्ली, जमीं से आसमान तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
सुरक्षा जवानों के अलावा राजपथ और सेंट्रल दिल्ली में करीब 15000 सीसीटीवी कैमरों से नज़र रखी जाएगी. सिर्फ राजपथ पर ही करीब 200 हाई डेफिनेशन कैमरे लगाए गए हैं जो तीन किलोमीटर तक साफ तस्वीरें कैद कर सकते हैं.
नई दिल्ली: आतंकी खतरे को देखते हुए इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली की किला बंदी कर दी गयी है. खास बात ये है कि आसियान देशो के दस राष्ट्र प्रमुख गणतंत्र दिवस की परेड में मौजूद होंगे. लिहाजा, आंतकी खतरे को देखते हुए देश की राजधानी दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किये गए हैं.
इसके तहत पुलिस और पारामिल्ट्री फ़ोर्स के करीब 40 हजार जवान राजपथ और नई दिल्ली के चप्पे-चप्पे पर कड़ी निगरानी रखेंगे. सेंट्रल दिल्ली में थ्री लेयर सिक्योरिटी के इंतेज़ाम किये गए है जबकि आसियान राष्ट्रप्रमुखों, प्रेजिडेंट, प्राइम मिनिस्टर और दूसरे वीवीआइपी को छह लेयर सिक्योरिटी में रखा जाएगा. इसमें प्रेसिडेंशियल कमांडो, एनएसजी, एसपीजी, परामिल्ट्री फ़ोर्स, दिल्ली पुलिस कमांडो तैनात रहेंगे. इतना ही नहीं, राजपथ के आसपास की करीब 45 हाई राइज बिल्डिंग पर शार्प शूटर्स को तैनात किया जाएगा.
सुरक्षा जवानों के अलावा राजपथ और सेंट्रल दिल्ली में करीब 15000 सीसीटीवी कैमरों से नज़र रखी जाएगी. सिर्फ राजपथ पर ही करीब 200 हाई डेफिनेशन कैमरे लगाए गए हैं जो तीन किलोमीटर तक साफ तस्वीरें कैद कर सकते हैं. इन कैमरों की मॉनिटरिंग के लिए कई कंट्रोल रूम बनाये गए हैं.
गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान दिल्ली का आसमान नो फ्लाइंग जोन में तब्दील कर दिया जाएगा, यानि परेड के दौरान किसी भी विमान को इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर उतरने या उड़ान भरने की इजाजत नहीं होगी.