नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से 69 वें गणतंत्र दिवस के मौके पर 85 लोगों को पद्म ऑवर्ड देने का फैसला किया गया है. इन 85 लोगों में पहली बार 16 विदेशियों को पद्म सम्मान दिया जा रहा है. इससे पहले तक पद्म पुरस्कार पाने वालों में विदेशियों की संख्या 6 या 7 ही रहती थी.
पद्म श्री पाने वाले विदेशी
1. जोस मा जॉय कॉन्सेप्शन (फिलीपींस), व्यापार और उद्योग
2. रामली बिन इब्राहिम (मलेशिया), कला-नृत्य
3. बूनलप केओकांगना (लाओस), वास्तुकला
4. टॉमी कोह (सिंगापुर), पब्लिक अफेयर्स
5. हुन कई (कंबोडिया), पब्लिक अफेयर्स
6. नूफ मारवाई (सऊदी अरब), योग
7. टोमो मिजोकामी (जापान), साहित्य और शिक्षा
8. सोमद फ्रा महा मनिवींग (थाईलैंड), आध्यात्मिकतावाद
9. थान्ट मनीत (म्यांमार), लोक मामलों
10. आई न्यामैन नुआर्ता (इंडोनेशिया), कला- मूर्तिकला
11. मलाई हाजी अब्दुल्लाह (ब्रुनेई दारुस्सलाम), सामाजिक कार्य
12. हबीबुल्ला राजबोव (ताजिकिस्तान), साहित्य और शिक्षा
13. सांडुक रुट (नेपाल), चिकित्सा-नेप्थेल्मोलॉजी
14. गुयेन तिएन थिएन (वियतनाम), आध्यात्मिकता
इस साल केंद्र सरकार की ओर से कुल 85 लोगों को अपने क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान देने के लिए पद्म सम्मान से नवाजा जाएगा. इन 85 लोगों में 3 लोगों को पद्म विभूषण, 9 लोगों को पद्म भूषण और 73 लोगों को पद्म श्री पुरस्कार दिया जाएगा.
साल 2018 इस पुरस्कार के लिए 15,700 लोगों ने आवेदन किया था. राज्य सरकार, केंद्र शासित प्रदेश, मंत्रालय, भारत सरकार के विभाग, मुख्यमंत्री, राज्य के राज्यपाल और संसद के सदस्य भी नामों के लिए सिफारिश कर सकते हैं. पिछले साल 89 लोगों को पद्म पुरस्कार दिया गया था.