Republic Day Parade Tickets: गणतंत्र दिवस समारोह में सरकार ने टिकट बेचकर कमाए 28 लाख रुपये
Republic Day Parade: मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि सभी तरह के औपचारिक आयोजनों के लिए रक्षा मंत्रालय के सेरेमोनियल डिविजन को साल 2018-19 के लिए 1.53 करोड़ रुपये का बजट दिया था.
Republic Day celebration 2023: रवायत के अनुसार हर साल की तरह इस साल भी 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस का दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजन किया गया. परेड और बीटिंग रिट्रीट समारोह भारत सरकार के लिए फायदे का सौदा साबित हुआ है. इन दोनों समारोहों को देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंचे, जिसके टिकट बेचकर भारत सरकार ने 28.36 लाख रुपये की कमाई की है.
रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने जानकारी दी
गणतंत्र दिवस के अवसर पर टिकट बेचकर हुई कमाई को लेकर रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शुक्रवार को लोकसभा में इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि टिकट बिक्री के बाद अब निरस्त किए गए टिकटों के रिफंड की प्रक्रिया चल रही है. दरअसल, लोकसभा में गणतंत्र दिवस के परेड और बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम में बेचे गए टिकटों की जानकारी मांगी गई थी, इसका जवाब देते हुए रक्षा राज्य मंत्री ने कहा कि इस साल 28,36,980 रुपये के टिकट बेचे गए हैं.
2018 में 34.3 लाख रुपये की कमाई
मंत्री ने आगे कहा कि टिकटों की बिक्री के बाद सिस्टम में रह गई खामियों की वजह से कई टिकट निरस्त भी किए गए थे. निरस्त हो चुके टिकटों के रिफंड की प्रक्रिया जारी है और इसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि साल 2018 के गणतंत्र दिवस पर टिकट बिक्री से 34.3 लाख रुपये की कमाई हुई थी. वहीं, साल 2019 में 34.34 लाख रुपये की कमाई हुई, साल 2020 में 34.72 रुपये की कमाई हुई थी.
2021 में कमाई घटकर 10.12 लाख हुई थी
मगर, कोरोना महामारी के बाद 2021 में कमाई घटकर 10.12 लाख रह गई और 2022 में यह कमाई महज 1,14,500 रुपये रह गई थी. दो साल के बाद 2023 में एक बार फिर जनता परेड देखने पहुंची. रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने अपने जवाब में कहा कि सभी तरह के औपचारिक आयोजनों के लिए रक्षा मंत्रालय के सेरेमोनियल डिविजन को साल 2018-19 के लिए 1.53 करोड़ रुपये का बजट दिया था.
औपचारिक आयोजनों के लिए 2019-20 के लिए 1.29 करोड़ रुपये और क्रमश: 1.32 करोड़ रुपये, 1.32 करोड़ रुपये का बजट रखा गया था. बता दें कि टिकट तीन श्रेणियों में बेचे गए थे, जो 20, 50, 100 और 500 रुपये के थे.