नई दिल्ली: देश आज गणतंत्र दिवस की 71वीं सालगिरह मना रहा है. इस मौके पर पहली बार प्रधानमंत्री राष्ट्रीय समर स्मारक (नेशनल वॉर मेमोरियल) पर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे. अभी तक इंडिया गेट स्थित अमर जवान ज्योति ही शहीदों को स्माधि-स्थल माना जाता था. लेकिन पिछले साल 25 फरवरी को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय समर स्मारक को देश को समर्पित किया था. ऐसे में अब शहीदों का समाधि-स्थल नेशनल वॉर मेमोरियल हो गया है. तो आइए आपको बताते हैं दोनों का क्या इतिहास है.....
अमर जवान ज्योति | राष्ट्रीय युद्ध स्मारक |
1971 के भारत-पाक युद्ध के शहीदों की याद में अमर जवान ज्योति की स्थापना की गई. | 1947, 1962, 1965 और 1971 की जंग, श्रीलंका में शांति प्रयासों, शांति सेना और कारगिल युद्ध में शहीद हुए जवानों की याद में तैयार किया गया. |
26 जनवरी 1972 को तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी ने उद्घाटन किया. | 25 फरवरी 2019 को पीएम मोदी ने उद्घाटन किया. |
इंडिया गेट की मेहराब के नीचे बना है. | इंडिया गेट के पूर्व में स्थित है और ‘सी’ हेक्सागन के तीन उद्यानों में फैला है. |
26 जनवरी 1972 से गणतंत्र दिवस परेड की शुरूआत से पहले पीएम और तीनों सेनाओं के प्रमुख श्रद्धाजलि देतेआ रहे है. | पहली बार पीएम, सीडीएस और तीनों सेनाओं के प्रमुख श्रद्धाजलि देंगे. |
प्रथम विश्व युद्ध और Third Anglo-Afghan War में शहीद हुए भारतीयों की याद में, 1931 में दिल्ली में इंडिया गेट बना, 83,000 शहीद भारतीयों में से 13,516 के नाम इंडिया गेट के चारों तरफ दर्ज है. | देश का पहला राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, 1947 के बाद सशस्त्र सेनाओं के 25,000 से ज्यादा सैनिकों ने देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान दिया.स्मारक सशस्त्र सेनाओं के प्रति राष्ट्र की कृतज्ञता का प्रतिनिधित्व करता है. |
ब्राजील के राष्ट्रपति, जेयर मेसियास बोल्सोनारो मुख्य अतिथि हैं
हर साल की तरह राजधानी दिल्ली के राजपथ पर भव्य परेड होगी. परेड में देश की सैन्य ताकत के साथ साथ अलग अलग राज्यों की लोक परंपरा का नजारा भी देखने को मिलेगा. इस बार गणतंत्र दिवस परेड में ब्राजील के राष्ट्रपति, जेयर मेसियास बोल्सोनारो मुख्य अतिथि हैं जो खुद राजनीति में आने से पहले ब्राजील-आर्मी में अफसर थे. उन्हें ब्राजील का ट्रंप भी कहा जाता है.
सुबह 10 बजे होगी परेड की शुरूआत
सुबह ठीक 10 बजे परेड की शुरूआत हो जाएगी. लेकिन उससे पहले सुबह 9.30 बजे प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेनाओं के प्रमुख नेशनल वॉर मेमोरियल पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजिल अर्पित करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री सुबह 9.45 मिनट पर राजपथ पर पहुंचेंगे और देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और मुख्य अतिथि का गणतंत्र दिवस समारोह में स्वागत करेंगे.
गणतंत्र दिवस की परेड देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंचे हैं
भारत के गणतंत्र दिवस को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. इंडिया गेट पर बड़ी संख्या में लोग देर रात से ही इकट्ठा है. गणतंत्र दिवस की परेड देखने के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंचे हैं. पूरी रात जागने के बाद कुछ लोग अपने परिवार के साथ परेड देखने के लिए पहुंचे हैं तो कुछ लोग अपने दोस्तों के साथ यहां आए हैं. इंडिया गेट पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम है.
71वां गणतंत्र दिवस समारोह: देश भर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम, राजधानी छावनी में तब्दील
गणतंत्र दिवस पर सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक-आर्थिक प्रगति का होगा भव्य प्रदर्शन