गणतंत्र दिवस: इस बार कुछ हट के होगी गणतंत्र दिवस के जश्न की छटा
नई दिल्ली: सेना के बैंड और अलग-अलग राज्यों की सांस्कृतिक मण्डलियां गणतंत्र दिवस के बाद लाल किले पर 26 से 31 जनवरी तक चलने वाले 'भारत पर्व' में अपने जलवे बिखेरेंगी. इस कार्यक्रम में गणतंत्र दिवस की झांकियां, फूड कोर्ट, क्राफ्ट फेयर, देश के अलग क्षेत्रों के कल्चरल प्रोग्राम और फोटो एग्जीबिशन शामिल हैं.
इस समारोह का आयोजन पर्यटन मंत्रालय कर रहा है. यह समारोह आम जनता के लिए 26 जनवरी को शाम पांच बजे से रात 10 बजे तक और 27 से 31 जनवरी के बीच दोपहर से रात 10 बजे तक खुला है. इसमें एंट्री फ्री है और आइडेंटिटी कार्ड की जरूरत होगी.
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, "इस फेस्टिवल को आयोजित करने का मकसद देशभक्ति की भावना पैदा करना, भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देना और आम जनता की व्यापक भागीदारी सुनिश्चित करना है."
बयान में आगे कहा गया है, "सांस्कृतिक कार्यक्रमों में लोक-आदिवासी नृत्य और उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र के माध्यम से व्यवस्थित संगीत और विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक मण्डलियों के प्रदर्शन शामिल हैं."
फूड कोर्ट में पूरे भारत के क्षेत्रीय व्यंजन उपस्थित होंगे, जिसमें नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर ऑफ इंडिया की तरफ से लगाए गए स्ट्रीट फूड स्टॉल और होटल मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट और इंडियन टूरिज्म विकास निगम के स्टॉल भी शामिल हैं. बयान के मुताबिक महोत्सव में राज्य के पवेलियन होंगे, जहां प्रत्येक राज्य टूरिज्म प्रॉडक्ट के साथ अपनी ताकत का प्रदर्शन करेंगे.
अधिकारी ने कहा, "डीएवीपी 'नया भारत हम करके रहेंगे' की थीम पर एक प्रदर्शनी लगाएगी. अलग-अलग राज्यों के व्यंजनों को बढ़ावा देने के लिए क्षेत्र के फूड कोर्ट के अंदर पाक कला का प्रदर्शन किया जाएगा."