नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है. गौरतलब है कि इस साल गणतंत्र दिवस के मौके पर केंद्र के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने दिल्ली में ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया था. लेकिन पुलिस की तरफ से तय किए गए रूट को ताक पर रखकर किसानों के कुछ समूह ने बवाल कर दिया.
किसानों के कुछ समूह ने भारी उपद्रव मचाया. वे लाल किले तक पहुंच गए थे. कुछ जगहों पर आंदोलनकारी किसान और पुलिस के बीच झड़प भी हुई थी. इसमें सैकड़ों पुलिसकर्मी घायल हुए थे. सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा था.
बाद में दिल्ली पुलिस ने इसमें शामिल लोगों की पहचान के लिए जांच की कवायद तेज की. कुछ लोगों की इस मामले में गिरफ्तारी भी हुई. दिल्ली पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए तकनीक का सहारा लिया. चेहरा पहचानने वाले सॉफ्टवेयर जैसी तकनीक का इस्तेमाल किया. कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया पोस्ट की भी पड़ताल हुई थी. गणतंत्र दिवस हिंसा से जुड़े कई मामलों की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच कर रही है. हिंसा के दौरान दिखने वाले कुछ ट्रैक्टर भी सीज किए गए.
इस घटना के बाद ट्रैक्टर परेड की अगुवाई कर रहे किसान नेताओं ने हिंसा की निंदा की थी. उन्होंने कहा था कि कुछ असामाजित तत्व इसमें घुस आए थे और उन्होंने शांतिपूर्ण किसान आंदोलन को बदनाम करने की कोशिश की. फिलहाल किसानों का आंदोलन अभी भी जारी है. सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बैठक हुई लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकला है.
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