हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद अचानक आई बाढ़ से लोगों की जिंदगी जोखिम में फंस गई है. प्रशासनिक टीमों की तरफ से बचाव और राहत के काम जारी है. राज्य के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया है कि प्राकृतिक आपदा के कारण दो लोगों की मौत हो गई है, जबकि 10 लोग अभी भी लापता हैं और कांगड़ा जिले में अलग-अलग जगहों पर 20 लोग फंसे हुए हैं. बाढ़ प्रभावित बोह गांव से 4 लोगों का रेस्क्यू किया गया है जबकि त्रिउंड के ट्रेकिंग से कुछ परिजनों और 80 छात्रों समेत 100 से ज्यादा लोगों को बचाया गया.
हिमाचल प्रदेश में बारिश के बाद अचानक बाढ़
प्राधिकरण के मुताबिक, बाढ़ के चलते कुछ 11 घर और कई गाडियों को नुकसान पहुंचा है. कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है. पानी की वजह से अलग-अलग हिस्सों की करीब 60 सड़कें बंद हैं. भारी बारिश का असर नदी-नालों पर भी देखा गया. मैक्लोडगंज से लगे ऊपरी धर्मशाला में भागसु नाग के पास एक नाले ने अपना रास्ता बदल लिया. उसकी वजह से कई कार और बाइक पानी में बह गए. उपायुक्त डॉ निपुन जिंदल ने बताया कि मौसम विज्ञान विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक 16 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है. उसको ध्यान में रखते हुए आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कांगड़ा जिले में सभी विभागों के अधिकारियों को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया गया है. राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भारी बारिश से हुई क्षति को लेकर चिंता प्रकट की है.
आफत के बाद बचाव-राहत का काम जारी
मुख्यमंत्री ने कहा, “प्रदेश के कांगड़ा सहित विभिन्न क्षेत्रों में भारी बरसात के कारण काफी नुकसान हुआ है, जिसकी हमने रिपोर्ट मंगवाई है. हमने सभी जिलों के उपायुक्तों को राहत कार्यों एवं प्रभावितों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के निर्देश दे दिए हैं.” उन्होंने प्रदेशवासियों और पर्यटकों से खराब मौसम के मद्देनजर सावधानियां बरतने की अपील की. उन्होंने लोगों को नदी-नालों एवं भूस्खलन संभावित स्थानों के करीब जाने से मना किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से उपजी स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है और पहाड़ी राज्य को हरसंभव मदद पहुंचाई जा रही है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में अचानक आई बाढ़ से पैदा हुई स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से सोमवार को बात की और उन्हें केंद्र की ओर से हर संभव मदद का भरोसा दिलाया.
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