मथुरा: विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे ने संविधान द्वारा दिए गए आरक्षण के अधिकार की खुलकर वकालत की. उन्होंने कहा कि जब तक समाज में असमानता है तब तक आरक्षण व्यवस्था लागू रहनी चाहिए. कोकजे मथुरा में वृन्दावन के संत-महात्माओं से मुलाकात करने के लिए आए हुए थे.
मंगलवार शाम वृन्दावन के कृष्ण कृपा धाम में संवाददाताओं से मुलाकात में विहिप नेता ने कहा, ‘‘जैसे-जैसे दलित वर्ग के लोगों को मौका मिलेगा, उनके बच्चे मेरिट में आने लगेंगे और वे आरक्षण को भूल जाएंगे. तब आरक्षण व्यवस्था खुद ही समाप्त हो जाएगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब तक समाज का एक तबका पिछड़ा रहेगा, तब तक आरक्षण की व्यवस्था लागू रहेगी. संविधान में इसलिए उस तबके को बराबरी का मौका देने के लिए यह व्यवस्था लागू की गई थी.’’
कोकजे ने कहा, ‘‘आरक्षण का मुख्य कारण समाज में फैली असमानता है. हिन्दू धर्म में इस असमानता को दूर करने के लिए हमेशा से ही प्रयास होते रहे हैं. मठों, मंदिरों और आश्रमों द्वारा गरीबों को दान और उनकी मदद करने की परम्परा रही है. इसी व्यवस्था को आज संवैधानिक रूप से आरक्षण का नाम दिया गया है. इसलिए जरूरत रहने तक यह व्यवस्था लागू रहनी चाहिए.’’ राम मंदिर के विषय पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने उम्मीद जताई कि संभव है कि अगले छह माह में अदालत का निर्णय आ जाए और जल्द ही मंदिर निर्माण प्रारंभ हो जाए. उन्होंने कहा कि निर्णय के मध्य आ रहीं तमाम बाधाएं अब दूर हो गई हैं.