श्रीनगर: श्रीनगर में शनिवार को हिंसा की कुछ घटनाओं के बाद शहर के कुछ हिस्सों में पाबंदियां कड़ी कर दी गईं. हालांकि कश्मीर घाटी के 50 पुलिस थाना क्षेत्रों में प्रतिबंधों में ढील दी गयी. अधिकारियों ने बताया कि घाटी के कई हिस्सों में रविवार को 14 वें दिन भी पाबंदियां जारी रहीं. जम्मू की बात करें तो अफवाहों को रोकने के लिए एक बार फिर से पांच जिलों में कम गति की 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई है.


श्रीनगर में कल खुलेंगे कुछ स्कूल

सरकारी प्रवक्ता रोहित कंसल ने कहा, ‘‘अकेले श्रीनगर में 190 से अधिक प्राथमिक स्कूल कल (सोमवार) दोबारा खुल रहे हैं और इसके बाद हम दूसरे क्षेत्रों की ओर देख रहे हैं, जैसे हम विकास से संबंधित गतिविधि शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं .’’ रकार के प्रवक्ता ने बताया कि कुछ इलाकों में कुछ शरारती तत्वों द्वारा ‘दुकानदारों के साथ गुंडागर्दी करने’ और उनकी दुकानों को बंद करने की खबरें थीं.

उन्होंने बताया, ‘‘कानून लागू करने वाली एजेंसियों ने इसका संज्ञान लिया है. जिन इलाकों में प्रतिबंधों में छूट दी गयी है उन क्षेत्रों में किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है. हालांकि, गड़बड़ी की दो-तीन घटनाओं की खबरें है जिसमें दो व्यक्ति घायल हुए हैं और जिनकी हालत स्थिर बतायी गयी है .’’

घाटी में मोबाइल फोन सेवाओं की बहाली के मुद्दे पर, कंसल ने कहा कि संचार पर प्रतिबंधों में ढील जारी है और प्रयास है कि लैंडलाइन टेलीफोन सेवाओं को जल्द से जल्द पूरी तरह से बहाल किया जाए.

श्रीनगर के अनेक हिस्सों में शनिवार को पाबंदियों में ढील दिए जाने के बाद हिंसा की कुछ घटनाओं को देखते हुए खास इलाकों में पाबंदियां फिर से लगा दी गईं हैं. उन्होंने बताया कि कम से कम 12 जगहों पर प्रदर्शन हुए जिसमें अनेक प्रदर्शनकारी घायल हो गए. हालांकि घायलों की सटीक संख्या के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी है. अधिकारियों के अनुसार 300 हज यात्रियों को ले कर एक विमान सुबह श्रीनगर हवाई अड्डे पर उतरा. उन्होंने बताया कि हज से लौटे श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं.


एक अधिकारी ने बताया,‘‘हज यात्रा से लौटे लोगों को लेने के लिए परिवार के केवल एक व्यक्ति को आने की इजाजत है. राज्य सड़क परिवहन निगम (एसआरटीसी) की बसों का एक बेड़ा सभी जिला प्रशासन के समन्वय के साथ हाजियों और उनके रिश्तेदारों की आवाजाही के लिए तैनात किया गया है.’’


सुरक्षा बलों ने कहा है कि उन्हें हज से लौटे लोगों और उनके परिजन को पाबंदियों वालों स्थानों से गुजरने देने के निर्देश मिले हैं.इन्हें पहले ही पास जारी किए जा चुके हैं.


जम्मू में कैसी है स्थिति?
जम्मू में फैलाई जा रही अफवाहों को रोकने के लिए रविवार को एक बार फिर पांच जिलों में कम गति की 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई. एक दिन पहले ही इन सेवाओं को बहाल किया गया था. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि संबंधित अधिकारियों ने सेवा प्रदाताओं से पूर्वाह्न के करीब सेवाओं को बंद करने के निर्देश दिए हैं. अधिकारियों ने बताया कि अफवाहों को फैलने से रोकने और शांति बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया.


करीब एक पखवाड़े बाद शुक्रवार और शनिवार की दरम्यिानी रात को जम्मू, सांबा, कठुआ, उधमपुर और रियासी जिलों में कम गति की मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल की गई थी. केंद्र द्वारा जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में विभाजित करने से एक दिन पहले चार अगस्त को जम्मू क्षेत्र में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं.


इस कदम से कुछ वक्त पहले राज्य में कर्फ्यू लगा दिया गया था. हालांकि, बाद में पाबंदियों में ढील दे दी गई थी. जम्मू क्षेत्र के पांच जिलों में 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल करने के फौरन बाद जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक मुकेश सिंह ने चेतावनी दी कि सोशल मीडिया पर फर्जी संदेश या वीडियो प्रसारित करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.