Retail inflation: अक्टूबर 2021 में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 4.48 प्रतिशत हो गई है, जो पिछले महीने सितंबर माह में 4.35 प्रतिशत थी. वहीं, अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति 5.3 प्रतिशत थी. सितंबर 2021 में खुदरा महंगाई दर में करीब एक प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गई थी. शुक्रवार को सरकारी आंकड़ों से खुदरा महंगाई दर में बढ़ोतरी की जानकारी दी गई. 


पिछले कुछ महीनों में खुदरा महंगाई दर में मामूली गिरावट दर्ज हो रही थी, जिसके बाद ये अनुमान लगाया जा रहा था कि अक्टूबर के महीने में भी खुदरा महंगाई दर में गिरावट दर्ज की जाएगी. इसके लिए एक सर्वे भी कराया गया था, जिसमें खुदरा महंगाई दर 4.32 प्रतिशत रहने का अनुमान था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.






अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 4.48 प्रतिशत हो गई, जो लगातार चौथे महीने भारतीय रिजर्व बैंक के दो प्रतिशत से छह प्रतिशत के कम्फर्ट जोन के भीतर है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के चलते तेल और बिजली श्रेणी में महंगाई महीने के दौरान 14.35 प्रतिशत पर बनी रही. भारतीय रिजर्व बैंक खुदरा महंगाई दर या उपभोक्ता कीमतों में बढ़ोतरी की दर को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) द्वारा ट्रैक करता है. 


राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य महंगाई दर अक्टूबर में बढ़कर 0.85 प्रतिशत हो गई, जो इससे पिछले महीने में 0.68 प्रतिशत थी. भारतीय रिजर्व बैंक ने सीपीआई आधारित महंगाई दर को चार प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें ऊपर-नीचे दो प्रतिशत का विचलन हो सकता है.


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