पीएम मोदी ने देशवासियों के घरेलू बजट के टुकड़े-टुकड़े कर दिए हैं- राहुल गांधी
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि कमरतोड़ महंगाई और गिरती जीडीपी ने आर्थिक आपातकाल की स्थिति बना दी है. महंगाई ने गरीबों से मुंह का निवाला छीन लिया है. मोदी जी ने देशवासियों के घरेलू बजट के टुकड़े टुकड़े कर दिए हैं.
नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में महंगाई बढ़ने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों के घरेलू बजट के टुकड़े-टुकड़े कर दिए. इसको लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट किया.
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘‘कमरतोड़ महंगाई, जानलेवा बेरोजगारी और गिरती जीडीपी ने 'आर्थिक आपातकाल' की स्थिति बना दी है. सब्ज़ी, दाल, खाने का तेल, रसोई गैस व खाद्य पदार्थों की महंगाई ने ग़रीब के मुंह का निवाला छीन लिया है.’’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी जी ने देशवासियों के घरेलू बजट के टुकड़े-टुकड़े कर दिये हैं.’’
कमरतोड़ महंगाई, जानलेवा बेरोजगारी और गिरती GDP ने 'आर्थिक आपातकाल' की स्थिति बना दी है।
सब्ज़ी, दाल, खाने का तेल, रसोई गैस व खाद्य पदार्थों की महंगाई ने ग़रीब के मुँह का निवाला छीन लिया है। मोदी जी ने देशवासियों के घरेलू बजट के टुकड़े-टुकड़े कर दिये हैं। pic.twitter.com/tCioJMwfoj — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 14, 2020
गौरतलब है कि खुदरा मुद्रास्फीति की दर दिसंबर, 2019 में जोरदार तेजी के साथ 7.35 प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई है. यह भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक स्तर से कहीं अधिक है. खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी की वजह से खुदरा मुद्रास्फीति में उछाल आया है.
इस साल होंगी 16 लाख नौकरियां कम: रिपोर्ट
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने एक इकॉनमिक रिपोर्ट जारी की है जिसके मुताबिक साल वित्तीय वर्ष 2020 में पिछले साल की तुलना में करीब 16 लाख नई नौकरियां कम होने का अनुमान जताया गया है . रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2019 में देशभर में EPFO डाटा के मुताबिक 89 लाख नई नौकरियां मिलीं, जो साल 2020 में घटकर देश में 73 लाख रहने की आशंका है.
एसबीआई की शोध रिपोर्ट इकोप्रैप के अनुसार, कुछ राज्यों जैसे असम और राजस्थान में प्रेषण में कमी आई है जिससे कॉन्ट्रैक्चुअल मजदूरों की संख्या में कमी आने की संभावना है. रिपोर्ट में कहा गया है, "ईपीएफओ के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 19 में भारत ने 89.7 लाख नए पेरोल बनाए थे. वित्त वर्ष 2020 में अनुमान के मुताबिक यह संख्या कम से कम 15.8 लाख हो सकती है."