मुंबई: शिवसेना ने मंगलवार को अपनी सहयोगी बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीमार चल रहे मनोहर पर्रिकर को गोवा का मुख्यमंत्री बनाए रखना बीजेपी की 'क्रूर और अमानवीय राजनीति' है. शिवसेना ने आरोप लगाया कि बीजेपी राज्य में सत्ता गंवाने के बारे में सोचकर डरी हुई है.
शिवसेना ने दावा किया कि पर्रिकर की अनुपस्थिति में तटीय राज्य गोवा में ‘अराजकता’ फैली हुई है. बीजेपी इस समस्या से जूझ रही है कि पर्रिकर की जगह किसे लाया जाए क्योंकि पार्टी के पास कोई भी उपयुक्त चेहरा नहीं है. गोवा के 62 साल के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर दिल्ली के एम्स में अग्न्याशय की बीमारी का इलाज करा रहे हैं.
शिवसेना ने अपने मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में दावा किया, 'पर्रिकर गोवा में नहीं हैं. वह दिल्ली के अस्पताल में कैंसर का इलाज करा रहे हैं. मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में राज्य प्रशासन की स्थिति डांवाडोल हो गई है.' संपादकीय में कहा गया है कि पर्रिकर को मुख्यमंत्री के पद पर बरकरार रखना न केवल गोवा के साथ अन्याय है बल्कि पर्रिकर के साथ भी अन्याय है.
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी शिवसेना ने दावा किया कि बीजेपी पर्रिकर के नाम पर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव तक ऐसे ही समय खींचना चाहती है. 'सामना' में कहा गया है, 'पर्रिकर के गिरते स्वास्थ्य के लिए तनाव सही नहीं है, लेकिन बीजेपी के आलाकमान को यह बात कौन समझाए? वे पर्रिकर के स्वास्थ्य से ज्यादा सत्ता खोने से डरे हुए हैं. उनका इरादा गोवा को बीजेपी के जीत के मानचित्र में बरकरार रखने का है.'
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा था कि पर्रिकर अपने पद पर बने रहेंगे. वहीं विपक्षी पार्टी कांग्रेस यह दावा कर रही है कि बीजेपी नीत गोवा की गठबंधन सरकार में सबकुछ ठीक नहीं है. कांग्रेस ने विधानसभा में विश्वास मत की मांग की.