Revanth Reddy And Karan Adani Meeting: अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के बेटे करन अडानी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता रेवंत रेड्डी की हाल ही में हुई मुलाकात के बाद विवाद गहरा गया. मामले पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कांग्रेस पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए देश और राज्य के लोगों से माफी मांगने की मांग की है.  


इस मुलाकात पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने शुक्रवार (05 जनवरी) को कहा, “अगर कोई मुख्यमंत्री निवेश पाने की कोशिश कर रहा है तो ये उसका अधिकार है लेकिन ये लोग (कांग्रेस) एक व्यक्ति का नाम हमारी सरकार के साथ जोड़ते हैं और फिर एक महीने के लिए संसद भी नहीं चलने देते. उन्हें देश और प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.”


कब हुई करन अडानी और रेवंत रेड्डी की मुलाकात


प्रल्हाद जोशी की ये प्रतिक्रिया अडानी पोर्ट्स एंड एसईजेड के एमडी करन अडानी और अडानी समूह के अन्य प्रतिनिधियों की राज्य में निवेश पर चर्चा के लिए 3 जनवरी को हैदराबाद में रेवंत रेड्डी से मुलाकात के बाद आई है. बैठक के दौरान रेवंत रेड्डी ने औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन पर जोर देते हुए नए उद्योगों के लिए सुविधाएं और सब्सिडी का आश्वासन दिया.


बीआरएस ने मांगा स्पष्टीकरण


इसके अलावा तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री कें. चद्रशेखर राव (केसीआर) की पार्टी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने कांग्रेस से स्पष्टीकरण मांगा है. पार्टी ने कहा कि एक तरफ राहुल गांधी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर हमला करने के लिए अडानी के मुद्दे का इस्तेमाल करते हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके मुख्यमंत्री उन्हीं लोगों के साथ राज्य में हाथ मिला लेते हैं. कांग्रेस को स्पष्टीकरण जारी करना चाहिए.


बीआरएस प्रवक्ता दासोजू श्रवण ने कहा, “ऐसा लगता है कि अडनी और रेवंत रेड्डी बीच सांठगांठ चल रही है. एक तरफ राहुल गांधी अडानी के खिलाफ हैं तो दूसरी तरफ रेवंत रेड्डी हाथ मिला रहे हैं. रेवंत रेड्डी राहुल गांधी के नहीं बल्कि नरेंद्र मोदी के अनुयायी हैं. ये एक सदिग्ध बात है. एआईसीसी को स्पष्ट करना होगा.”


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