विश्वभर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है. संक्रमण से बचने के लिये मास्क पहनने पर जोर दिया जा रहा है. अब एक रिसर्च में सामने आया है कि सामान्य घरेलू कपड़ों से बने मास्क भी कोविड -19 वायरस के प्रसार को रोकने में मदद करते हैं. शोधकर्ताओं ने पाया है कि ये मास्क उन ड्रॉपलेट्स को रोकने में काफी प्रभावी हैं जो बोलने, खांसने और छींकने से रिलीज हो सकती हैं. यहां तक कि सिंगल लेयर का मास्क भी इसमें हेल्पफुल है.
एक्सट्रीम मैकेनिक्स लेटर्स जर्नल में पब्लिश स्टडी के अनुसार शोधकर्ताओं ने ड्रॉपलेट्स को रोकने में सामान्य घरेलू कपड़ों की प्रभावशीलता को जांचा. इसमें नए और इस्तेमाल किए गए कपड़ों, बेडशीट और डिशक्लोथ मेटेरियल को जांचा गया.
एरोसोल कणों को आमतौर पर पांच माइक्रोमीटर से कम के रूप में क्लासिफाइड किया जाता है और इसमें सैकड़ों नैनोमीटर की रेंज होती है. हालांकि, बड़ी ड्रॉपलेट्स व्यास में लगभग एक मिलीमीटर तक होती हैं. जब एक व्यक्ति बोलता है, खांसी या छींकता है तो बाहर निकल सकती हैं.
टूटती हैं ड्रॉपलेट्स
ये बड़ी ड्रॉपलेट्स एक समस्या पैदा करती हैं . क्योंकि यह स्मॉल ड्रॉपलेट्स में टूट सकती हैं और एयरबॉर्न बन सकते हैं. शोधकर्ताओं के अनुसार मास्क आरामदायक हो और सांस अच्छी तरह से आनी चाहिए. रिसर्चर टीम ने एक बेंचमार्क के रूप में मेडिकल मास्क का उपयोग करते हुए 11 सामान्य घरेलू कपड़ों की सांस लेने और ड्रॉपलेट्स को रोकने की क्षमता का टेस्ट किया.
अमेरिका में इलिनोइस विश्वविद्यालय के प्रोफेसर ताहिर सैफ ने कहा, "इन कपड़ों की सांस की जांच आसान हिस्सा था." "हमने बस कपड़े के माध्यम से एयरफ्लो की रेट को मापा. ड्रॉपलेट्स ब्लॉकिंग एबिलिटी का टेस्ट करना थोड़ा अधिक जटिल है."
सैफ ने कहा कि "हमने पाया कि परीक्षण किए गए सभी कपड़े हाई वेलोसिटी 100 नैनोमीटर कणों की ड्रॉपलेट्स को रोकने में काफी प्रभावी हैं, जो कि बोलने, खांसने और छींकने से भी रिलीज हो सकते हैं" उन्होंने कहा "दो या तीन लेयर के साथ, यहां तक कि अधिक पर्मीएबल कपड़े जैसे टी-शर्ट कपड़ा, स्मॉल ड्रॉपलेट्स को रोकने में प्रभावी है. यह मेडिकल मास्क के समान है."
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