श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में सभी सुरक्षा मानकों में इस साल सुधार हुआ है. हालांकि, पिछले दो महीने के दौरान सीमा पार से आतंकवादियों के जरिए घुसपैठ संबंधी गतिविधियों के संकेत के मद्देनजर नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास सतर्कता बरतने की जरूरत है. केंद्र शासित प्रदेश के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने मंगलवार को श्रीनगर में यह जानकारी दी.


जम्मू कश्मीर में सुरक्षा को लेकर बने कोर समूह की समीक्षा बैठक बदामी बाग छावनी में हुई. जहां शीर्ष अधिकारियों ने जानकारी साझा की. इस समूह में प्रशासन, खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों के शीर्ष अधिकारी शामिल हैं. बैठक की सह अध्यक्षता सेना की चिनार कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डी पी पांडे और जम्मू कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने की.


इस बैठक के दौरान अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तान के साथ संघर्षविराम के चलते सीमा पर सुरक्षा हालात में सुधार हुआ है. हालांकि, सीमा पार से आतंकवादी गतिविधियों के संकेतों को ध्यान में रखते हुए एलओसी के आसपास सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वदलीय बैठक


वहीं जम्मू कश्मीर में 24 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सर्वदलीय बैठक होने वाली है. इसको लेकर सरगर्मी काफी बढ़ गई है. इस बैठक के लिए पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस समेत सूबे की 14 पार्टियों को न्योता दिया गया है. वहीं कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक के जरिए केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा देने की तैयारी कर रही है.


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