रेवाड़ी: हरियाणा के रेवाड़ी के गोठड़ा टप्पा गांव की स्कूली लड़कियों ने मनोहर लाल खट्टर सरकार पर वादा पूरा न करने का आरोप लगाते हुए फिर से अपना विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है. सरकार ने मई महीने में बच्चियों के अनशन को तोड़वाते हुए उनके स्कूल को 10वीं से 12वीं करने का वादा किया था, लेकिन टीचर की कमी की वजह से अब तक पढ़ाई शुरू नहीं हो सकी है.


आपको बता दें कि दसवीं तक के स्कूल को 12वीं तक करने की मांग को लेकर मई में गांव की बच्चियों को एक हफ्ते तक अनशन पर बैठना पड़ा था.


दरअसल मामला ये है कि बच्चियों को पढ़ने के लिए दूसरे गांव जाना पड़ता था, जो करीब चार किलोमीटर दूर है और रास्ते में मनचले इनके साथ छेड़खानी करते थे. इसलिए उनकी मांग है कि उनके गांव के स्कूल को 12वीं तक किया जाए.


बीते 17 मई को बच्चियों की मांग पर डीसी यश गर्ग ने गांव का दौरा किया, गांव के स्कूल को 12वीं तक करने की चिट्ठी सौंपी तब जाकर बच्चियों ने अपना अनशन तोड़ा. तब यश गर्ग ने जल्द ही टीचर और दूसरे स्टाफ मुहैया कराने की बात कही थी, लेकिन वादा अब तक पूरा नहीं किया जा सका है.


नियम के मुताबिक किसी स्कूल को दसवीं से बारहवीं तक का करना है तो छात्रों की संख्या आर्ट साइड में 100 और साइंस साइड में 150 होनी चाहिए. जबकि अभी जिस स्कूल को बारहवीं तक का छात्राएं कराना चाहती हैं, वहां कम बच्चे ही पढ़ पाएंगे. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत हरियाणा से ही हुई है, ऐसे में यहां पर छात्राओं की ये स्थिति देखकर दुख होना लाजमी है.