Chief Minister Mamata Banerjee: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों के अल्टीमेटम के बाद आमरण अनशन के 15वें दिन शनिवार को उनसे बात की. इस दौरान उन्होंने जूनियर डॉक्टरों से आमरण अनशन खत्म कर काम पर लौटने का अनुरोध किया. 


मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने समस्त मांगें पूरी करने के लिए तीन-चार महीने का समय मांगा है. इसके अलावा उन्होंने जूनियर डॉक्टरों के  सोमवार शाम पांच बजे राज्य सचिवालय नवान्न आने का भी प्रस्ताव दिया. 


'ममता बनर्जी ने की काम पर वापस आने की अपील'


जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या मामले पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "मामला अदालत में चल रहा है. न्याय मिलेगा. मैं अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगी. लेकिन, अगर सरकारी अस्पताल में सेवा नहीं देंगे, तो लोग कहां जाएंगे? जनता भी न्याय चाहती है. मैं आपकी बहन के तौर पर आपको भरोसा दिलाती हूं कि आपकी जायज मांगें पूरी की जाएंगी. आपकी पढ़ाई बाधित हो रही है और आपकी अनुपस्थिति के कारण लोग भी परेशान हैं. इसलिए मैं आपसे भूख हड़ताल वापस लेने और काम पर लौटने का अनुरोध करती हूं. मैं आपसे विनती कर रही हूं, मैं आपकी बहन के तौर पर बोल रही हूं." 


उन्होंने आगे कहा, "मुझे आपके स्वास्थ्य की चिंता है. मैं आपकी अच्छी सेहत की कामना करती हूं और यथासंभव मदद करूंगी."


'मुख्यमंत्री से मिलेंगे जूनियर डॉक्टर'


आरजी कर मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर अशफाकउल्ला नैया ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "हम नबाना जाएंगे, लेकिन हमारी भूख हड़ताल जारी रहेगी. हम प्रशासन को अपनी मांगों का चार्टर फिर से भेजेंगे और जवाब का इंतजार करेंगे." एक अन्य प्रदर्शनकारी डॉक्टर ने कहा, "हम सीएम की बैठक में शामिल होंगे और अगर हमारी मांगें पूरी होती हैं तो हम काम पर लौटना चाहेंगे. हम काफी समय से इस निर्देश का इंतजार कर रहे हैं."


मांगा तीन से चार महीने का समय


मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "आपकी अधिकांश मांगें पूरी हो चुकी हैं, बाकी मांगों को पूरा करने के लिए मुझे तीन से चार महीने और दीजिए." "कुछ मांगों के लिए नीतिगत बदलाव की जरूरत है. हम पूरी तरह से सहयोग करेंगे लेकिन यह भी स्वीकार्य नहीं है कि आप सरकार को निर्देश दें कि क्या किया जाना चाहिए. मैं केवल एक अनुरोध कर सकती हूं, यह पूरी तरह से आपका विशेषाधिकार है कि आप मेरे अनुरोध पर ध्यान देना चाहते हैं या नहीं," सीएम ने उन्हें याद दिलाया कि उनकी कई मांगें - जिनमें कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त विनीत गोयल को हटाना भी शामिल है - पहले ही पूरी हो चुकी हैं.