Rajiv Gandhi National Law University Controversy: पंजाब के राजीव गांधी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में वाइस चांसलर और छात्रों के बीच चल रहा बवाल शांत नही हो रहा है. घटना के 52 घंटे बाद राज्य सरकार ने मामले में हस्तक्षेप किया है. पंजाब के उच्च शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार से रिपोर्ट तलब की है और छात्रों को विश्वास दिलाया है कि उनके साथ इंसाफ होगा. पंजाब सरकार के छात्रों को दे रहे दिलासे के बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इस मामले को शर्मनाक बताया है. साथ ही उन्होंने महिला आयोग से मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है.
लड़कियों की निजता का उल्लंघन अस्वीकार्य
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, "पटियाला के राजीव गांधी विधि विश्वविद्यालय में कुलपति का बिना छात्राओं को सूचित किए अचानक उनके कमरों में घुसकर चेकिंग करना और लड़कियों पर पहनावे को लेकर अभद्र टिप्पणी करना अत्यंत शर्मनाक है. छात्राओं ने मीडिया से जो बातें कही हैं, वे बेहद आपत्तिजनक हैं. लड़कियां अपने खानपान, पहनावे और कोर्स के चयन का फैसला करने में खुद सक्षम हैं. अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए मॉरल पोलिसिंग और लड़कियों की निजता का उल्लंघन अस्वीकार्य है."
उन्होंने आगे लिखा, "महिला आयोग को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए और कुलपति महोदय पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए." नेता के ट्विट पर समर्थन भरी कई प्रतिक्रिया आई है.
क्या है मामला?
रविवार, 22 सितंबर 2024 की दोपहर युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर अचानक गर्ल्स हॉस्टल की चेकिंग शुरू कर दी. छात्राओं की इल्जाम है कि चेकिंग के वक्त उनके साथ कोई महिला स्टाफ नहीं थी. इसके साथ ही छात्राओं ने आरोप लगाया कि वीसी उनके कमरे में बिना बताए घुस आएं जो उनकी प्राइवेसी के अधिकार का उल्लंघन है. आरोप के मुताबिक चांसलर ने उनके छोटे कपडे़ को लेकर भी कमेंट किया.
वाइस चांसलर ने अपने सफाई में कहा कि उन्होंने अचानक चेकिंग इसलिए शुरू की क्योंकि उन्हें कुछ छात्राओं से शिकायत मिली थी कि गर्ल्स हॉस्टल में आधी रात के बाद कुछ लड़कियां शराब और सिगरेट पीती हैं.
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