चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के बीच नाराजगी बढ़ती जा रही है. आज सीएम अमरिंदर सिंह ने कैबिनेट की बैठक बुलाई. इस बैठक में सिद्धू नहीं पहुंचे, जबकि वे चंडीगढ़ में ही हैं. दरअसल, पिछले दिनों दोनों नेताओं के बीच खूब बयानबाजी हुई है. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने इशारों-इशारों में सिद्धू को नॉन परफॉर्मर करार दिया था. ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि सिद्धू का मंत्रालय बदला जा सकता है.
सिद्धू भी संकेत दे चुके हैं कि सीएम ने अगर मंत्रालय बदला तो फिर अगला कदम वो उठाएंगे और वे कैबिनेट रैंक छोड़ देंगे. सिद्धू ने पिछले दिनों कहा था कि कैबिनेट को लेकर जो फैसला लेना है लें लेकिन मैं अपने विभाग का रिपोर्ट जारी करूंगा. अमरिंदर सिंह और सिद्धू का झगड़ा कांग्रेस आलाकमान तक पहुंच चुका है. लेकिन अभी तक कोई सुलह का रास्ता नहीं निकला है.
बीजेपी से कांग्रेस में आए सिद्धू पर कैप्टन अमरिंदर सिंह यहां तक आरोप लगा चुके हैं कि सिद्धू उन्हें हटाकर खुद सीएम बनना चाहते हैं. अमरिंदर सिंह ने 19 मई को कहा था, ''मैं उन्हें (नवजोत सिंह सिद्धू) बचपन से जानता हूं. मेरा उनके नजरिये को लेकर कोई फर्क नहीं है. शायद मुझे हटाकर वो मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं. ये उनका मामला है. लेकिन चुनाव से ठीक एक दिन पहले जो बयान दिया उसका असर पार्टी पर पड़ेगा, न की मुझपर. केंद्रीय नेतृत्व ने इसपर संज्ञान लिया है. पार्टी अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करती है.''
नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ कांग्रेस आलाकमान से करुंगा बात: कैप्टन अमरिंदर
इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने कहा था कि कैप्टन साहब की वजह से मेरा टिकट काट दिया गया. उन्होंने कहा, ''कैप्टन साहब और आशा कुमारी को लगता है कि मैडम सिद्धू सांसद टिकट के लायक नहीं हैं. दशहरा पर जो ट्रेन हादसा हुआ था, उसे आधार बनाकर मेरा टिकट काटा गया.''
नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान दौरे और इस दौरान पाकिस्तानी सेना प्रमुख को गले लगाने को लेकर भी काफी विवाद हुआ था. तब अमरिंदर सिंह ने कहा था कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए.