(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कांग्रेस Vs पवार, 2024 में कैसे बनेगी सरकार? मोदी के चमत्कार को विपक्ष भी कर रहा नमस्कार
Congress Vs Pawar: एनसीपी चीफ शरद पवार ने हाल ही में अडानी मुद्दे पर हिंडनबर्ग रिपोर्ट और कांग्रेस की जेपीसी मांग को लेकर जो कहा है, वो विपक्षी एकता के लिए बड़े झटके की तरह देखा जा रहा है.
Rift In Congress-NCP: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए देश भर में विपक्ष की एकजुटता के दावे को एक इंटरव्यू ने करीब-करीब चकनाचूर कर दिया है. अडानी मुद्दे पर शरद पवार ने बात की तो कांग्रेस समेत विपक्ष के ज्यादातर दलों की एकजुटता के दावे एक झटके में चूर-चूर हो गए.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार के बयान के बाद विपक्षी खेमे में दरार तब सबसे ज्यादा गहरी हो गई जब कांग्रेस की नेता अलका लांबा ने ये ट्वीट किया. लांबा ने लिखा, "डरे हुए, लालची लोग ही आज अपने निजी हितों के चलते तानाशाह सत्ता के गुण गा रहे हैं. देश के लोगों की लड़ाई एक अकेले राहुल गांधी लड़ रहे हैं. पूंजीपति चोरों से भी और चोरों को बचाने वाले चौकीदार से भी."
जेपीसी मांग को पवार ने कहा गलत
विपक्षी एकता की उम्मीद को उसी समय झटका लग गया था जब अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच की मांग को जोर-शोर से उठाने वाली कांग्रेस को NCP अध्यक्ष शरद पवार ने गलत ठहरा दिया था. शरद पवार शनिवार (8 अप्रैल) को मीडिया से बातचीत में बोले- ''मैंने यही कहा कि जेपीसी की जांच की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि जेपीसी की कोई भी जांच प्रभावी तरीके से नहीं हो सकती. जब जेपीसी बनेगी उसमें बीजेपी का बहुमत रहेगा और अन्य दलों को अधिकतम एक या दो सदस्यों का ही प्रतिनिधित्व मिल पाएगा और ऐसे में वही निष्कर्ष निकाला जाएगा जो सत्ता पक्ष को चाहिए होगा.''
शरद पवार से भी बड़ा अजित का झटका
शरद पवार के बयान से कांग्रेस समेत पूरे विपक्ष को तो जोर का झटका लगा ही, लेकिन इस झटके को शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने और जोरदार बना दिया. महाराष्ट्र के पुणे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने इफ्तार पार्टी आयोजित की थी. इस इफ्तार पार्टी ने कांग्रेस के जले पर नमक छिड़कने का काम कर दिया. इफ्तार पार्टी में पहुंचे अजित पवार ने विपक्षी एकजुटता को शरद पवार से भी बड़ा झटका दे दिया.
अजित पवार ने कहा, "आपको क्या लगता है इससे मुझे लेना-देना नहीं. जो इंसान 9 साल से पंतप्रधान के तौर पर काम कर रहा है जिनके नाम पर 2014 में उस पार्टी को बहुमत मिला जिनके सिर्फ 2 MP थे, ये करिश्मा मोदीजी का ही है."
मोदी के मैजिक स्पेल में पड़े अजित पवार इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने उनकी डिग्री को लेकर उठ रहे सवालों को भी फिजूल करार दे दिया. उन्होंने कहा, "अब 9 साल के बाद ये मुद्दा क्यों उठाया जा रहा है? इसका क्या फायदा हुआ? राजनीति में डिग्री की कोई शर्त नहीं होती. लोगों ने सब देखा है. उनका काम देखा है."
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