Rithvika conquers Mount Kilimanjaro: 9 साल की बच्ची ने माउंट किलिमंजारो पर लहराया तिरंगा, रिकॉर्ड किया कायम
आंध्र प्रदेश में रहने वाली 9 साल की बच्ची ने अफ्रीका की सर्वोच्च चोटी पर चढ़ाई करने में कामयाबी हासिल की है. कदाप्पल ऋतविका श्री ने 25 फरवरी को माउंट किलिमंजारो पर चढ़ाई की और नया रिकॉर्ड बनाया.

वो कहते है ना मंजिल उन्हें मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है इस बात को आंध्र प्रदेश के एक गांव में रहने वाली ऋतविका ने सच साबित कर दिया है. ऋतविका ने महज नौ साल की उम्र में कुछ ऐसा कर दिखाया है कि आज सब लोग उसकी प्रशंसा करते नहीं थक रहे हैं. इस नौ साल की बच्ची ने माउंट किलिमंजारो पर चढ़ कर विजय हासिल की है. दरअसल, तंजानिया में बना माउंट किलिमंजारो अफ्रीका के महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी मानी जाती है. अनंतपुर की ऋतविका दुनिया की दूसरी और एशिया की सबसे कम उम्र की लड़की बन गई जिसने माउंट किलिमंजारो को पार किया है. उसने ये रिकॉर्ड अपने पिता के साथ हासिल किया है.
किलिमंजारो की ऊंचाई:
किलिमंजारो अफ्रीका का सबसे ऊंचा पहाड़ है, जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से करीब 19,341 फीट है. किलिमंजारो दुनिया का चौथा सबसे उभरा पहाड़ है. जो लोग किलिमंजारो पर चढ़ाई करना चाहते हैं उन्हें उपयुक्त शोध करने की सलाह दी जाती है और ये सुनिश्चित किया जाता है कि वो शारीरिक रूप से सक्षम हैं या नहीं. वहीं नौ साल की ऋतविका एक छात्रा हैं, जिन्होंने अपने पिता के संरक्षण में ये कामयाबी हासिल की है. अनंतपुर के कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट गंधम चंद्रुडु ने ट्विटर पर एक पोस्ट में ऋतविका को बधाई दी है. डीएम गंधम ने कहा कि अनंतपुर की ऋतविका को माउंट किलिमंजारो को पार करने और एशिया की सबसे कम उम्र की लड़की बनने के लिए बधाई देता हूं, आपने कई बाधाओं के बावजूद अवसरों को पकड़ा है, ये प्रेरणादायक है. वहीं सोशल मीडिया पर ये खबर मिलने के बाद से यूजर्स ऋतविका की तारीफ़ करते नहीं थक रहे हैं. ऋतविका का हौसला देख हर किसी को उससे प्रेरण मिल रही है.
Congratulations to Ritwika Sree of Ananthapur for becoming the world’s second youngest& Asia’s youngest girl to scale Mt Kilimanjaro. You have grabbed the opportunities despite many odds.Keep inspiring@ysjagan #APGovtSupports#AndhraPradeshCM#PowerofGirlChild pic.twitter.com/Xu8LZw8OVz
— Gandham Chandrudu IAS (@ChandruduIAS) February 28, 2021
बता दें कि ऋतविका के पिता एक क्रिकेट कोच होने के साथ ही स्पोर्ट्स कोआर्डिनेटर भी हैं, उन्होंने ऋतविका को रॉक क्लाइम्बिंग के लिए प्रशिक्षित किया है और लद्दाख में स्तर दो का प्रशिक्षण दिया है.
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