नई दिल्ली: भारी बारिश के बाद उत्तर बिहार के कई जिलों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. लगभग सभी नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गया है. बाढ़ के खतरे को देखते हुए नदी के आस-पास के गांव खाली कराए जाने लगे हैं. लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है.


गंडक बैराज से 2.64 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से नदियां उफान पर हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. नेपाल में भारी बारिश होने की वजह से गंडक नदी समेत अन्य नदियों के जलस्तर में लगतार वृद्धि हो रही है. शनिवार को वाल्मीकि नगर गंडक बैराज से दोपहर 12 बजे के लगभग 2.64 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया. इसकी वजह से आस-पास के इलाके में रहने वालों की चिंता बढ़ गई है.


वहीं, मौसम विभाग ने भी नेपाल और पश्चिम चंपारण में अत्याधिक बारिश और वज्रपात के मद्देनजर बाढ़ को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है. नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि की वजह से सभी बीडीओ, सीओ और अन्य पदाधिकारियों को पूरी सतर्कता के साथ तटबंधों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है.


महानंदा, कोसी, बागमती समेत तमाम नदियां उफान पर


बिहार और नेपाल के तराई क्षेत्रों में हो रही बारिश के कारण उत्तर बिहार में नदियां उफनाने लगी हैं. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरंभगा, सीतामढ़ी में कई नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, महानंदा, कोसी, बागमती और कमला बलान उफान पर हैं तथा गंगा के जलस्तर में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. इधर, कई जिलों में बाढ़ की स्थिति बन गई है. लोग घरों को छोड़कर अब सुरक्षित स्थानों पर ठिकाना खोजने लगे हैं.


NDRF और ACRF की टीमें तैनात
बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसीआरएफ के जवानों को जिलों में तैनात कर दिया गया है. आपदा बल इस समय लोगों को जागरूक करने में जुटा है. जिला मुख्यालय से लेकर गांवों तक में आपदा बल के लोग पहुंच रहे हैं और लोगों को जागरूक कर रहे हैं. एनडीआरएफ भी लोगों को जागरूक करने में जुटा है.


बिहटा एनडीआरएफ की 9वीं वाहिनी के कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि आपदा बल के लोगों को प्रशिक्षण देने की योजना बनाई गई है. उन्होंने बताया कि बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग की मांग पर और बल मुख्यालय एनडीआरएफ , नई दिल्ली की सहमति से 9वीं वाहिनी एनडीआरएफ की कुल 13 टीमों को बिहार राज्य के कटिहार, अररिया, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, मोतिहारी, बेतिया, नालंदा, छपरा, पटना और बक्सर जिलों में तैनात किया गया है.


कमांडेंट विजय सिन्हा ने माना कि कोरोना काल में बाढ़ से निपटना एक चुनौती है, लेकिन एनडीआरएफ की टीम अभी से ही लोगों को जागरूक करने में जुटी है. उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों से ग्रामीणों को बाहर निकलने के तरीके बताए जा रहे हैं. इसके अलावा मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाने को प्राथमिकता देने की बात कही जा रही है. उन्होंने कहा कि आपदा बल के लोगों को भी प्रशिक्षित करने की योजना बनाई जा रही है.