एम्स ने कहा- ‘बिल्कुल फिट’ तो भड़के लालू, कहा- ‘साजिश के तहत मुझे वापस भेज रहा है मोदी का डॉक्टर’
लालू यादव को किडनी और स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हैं. विशेष सीबीआई अदालत ने चारा घोटाले में लालू को दोषी ठहराया है. जिसके बाद लालू पिछले साल 23 दिसंबर से रांची जेल में सजा काट रहे हैं.
नई दिल्ली: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को एम्स से रांची रवाना कर दिया गया है. लालू पिछले कई दिनों से एम्स में इलाज करा रहे थे. एम्स प्रशासन ने कहा कि मेडिकल बोर्ड की सलाह पर लालू यादव को एम्स से रांची मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है और वह अब यात्रा करने के लिए फिट हैं. लेकिन लालू यादव ने एम्स के इस फैसले के पीछे राजनीतिक साजिश होने का आरोप लगाया है.
मुझे वापस रिम्स भेज रहा है मोदी का डॉक्टर- लालू
लालू यादव एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा है, ‘’सारा देश जानता है कि आधा अधूरा इलाज करके साजिश के तहत मोदी का डॉक्टर मुझे वापस रिम्स भेज रहा है. इसके लिए मैंने एम्स के डॉयरेक्टर को चिट्ठी भी लिखी. मुझे वापस भेजना एक राजनीतिक साजिश है.’’
आरजेडी ने लगाया ‘हत्या’ की साजिश का आरोप
आरजेडी प्रवक्ता मनोज झा ने लालू को वापसी रांची भेजने के एम्स प्रशासन के फैसले के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा है, ‘‘जब लोग राजनीतिक लड़ाई नहीं जीत पाए तो अब स्वास्थ्य से खिलवाड़ का हथकंडा अपना रहे हैं. हम सभी को लालू जी के स्वास्थ्य की चिंता है.’’
वहीं, आरजेडी सांसद जेपी यादव ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहा है, ‘’लालू को डिस्चार्ज करना एक राजनीतिक साज़िश है, क्योंकि आज कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उनसे मिलने एम्स गए थे, इस वजह से उन्हें वापस भेजा जा रहा है.’’ आरजेडी ने आरोप लगाया कि एम्स से जबरन बाहर करवा कर उनके नेता की ‘हत्या’ की साजिश की जा रही है जबकि वह कई बीमारियों से जूझ रहे हैं.
राहुल ने एम्स में मुलाकात कर जाना लालू यादव का हाल
एम्स ने आनन फानन में लिया फैसला- तेजस्वी
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा है कि राहुल गांधी और लालू जी की मुलाकात शिष्टाचार मुलाकात है. राहुल जी को पता है कि स्वास्थ्य में कुछ सुधार नहीं हुआ है. उन्होंने आगे कहा, ‘’आनन फानन में आज शाम ही चार बजे ट्रेन से उन्हें रांची भेजा जा है. समझ में नहीं आ रहा कि किस कारण ये फैसला लिया गया. इसमे एम्स प्रशासन खुलकर क्यों नहीं बताता? रिम्स से बेहतर एम्स था. यह फैसला लालू के स्वास्थ्य के प्रति गम्भीर नहीं है.
लालू समर्थकों ने किया एम्स में हंगामा
एम्स के फैसले पर विरोध जताते हुए लालू के समर्थकों ने अस्पताल परिसर में हंगामा किया. एम्स के सूत्रों का आरोप है कि लालू समर्थकों ने कांच के एक दरवाजे को भी तोड़ दिया. उन्होंने सुरक्षाकर्मियों और एम्स प्रशासन के अधिकारियों के साथ बदसलूकी की. एम्स ने इसकी शिकायत दिल्ली पुलिस से की है.
All India Institute of Medical Services(AIIMS) files complaint with Delhi Police alleging miscreants misbehaved with #AIIMS staff while protesting over Lalu Prasad Yadav's discharge from hospital. pic.twitter.com/hF3849Zz8E
— ANI (@ANI) April 30, 2018
लालू ने एम्स डॉयरेक्टर को लिखी थी चिट्ठी
रांची रवाना होने से पहले लालू यादव ने एम्स के डॉयरेक्टर को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि रांची मेडिकल कॉलेज में किडनी के उपचार की समुचित व्यवस्था नहीं है, इसलिए उनको वहां नहीं भेजा जाए. उन्होंने कहा, ‘‘अगर मुझे एम्स से रांची मेडिकल कॉलेज भेजा जाता है और इससे मेरे जीवन पर कोई खतर पैदा होता है तो इसकी पूरी जवाबदेही आप लोगों की होगी.’’
लालू की हालत स्थिर, यात्रा करने के लिए फिट- एम्स
वहीं, एम्स के एक प्रवक्ता ने बताया कि एम्स में इलाज से लालू की सेहत में काफी सुधार हुआ है और वह अब यात्रा कर सकते हैं. उनकी सेहत में बहुत सुधार हुआ है और उनके उपचार के लिए गठित मेडिकल बोर्ड की सलाह पर उन्हें लंबे समय तक चलने वाले उपचार के लिए रांची मेडिकल कॉलेज भेजा जा रहा है. उनकी हालत स्थिर है और वह यात्रा करने के लिए फिट हैं.’’
23 दिसंबर से रांची जेल में सजा काट रहे हैं लालू
बता दें कि लालू यादव को 29 मार्च को सीने में दर्द और बेचैनी की शिकायत के बाद रांची के राजेंद्र प्रसाद आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती कराया गया था. बाद में उन्हें एम्स लाया गया था. लालू यादव को किडनी और स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं हैं. विशेष सीबीआई अदालत ने चारा घोटाले में लालू को दोषी ठहराया है. जिसके बाद लालू पिछले साल 23 दिसंबर से रांची जेल में सजा काट रहे हैं.