राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवानंद तिवारी ने मंगलवार को कहा कि सुशील मोदी का राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में इसलिए पर कतर दिया गया क्योंकि वह किसी अन्य नेताओं को नहीं बढ़ने दे रहे थे और मीडिया का ध्यान पाने को भूखे थे.


समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए शिवानंद तिवारी ने कहा, “सुशील मोदी की भूमिका बीजेपी के लिए कम और नीतीश कुमार के सहयोगी के तौर पर कहीं ज्यादा हो गई थी. मैं मानता हूं कि इसीलिए बीजेपी ने इस वक्त उनका पर कतरा है. वह बीजेपी के अन्य नेताओं को नहीं बढ़ने दे रहे थे. वह हर रोज सभी विषयों पर खुद बोलते थे और बिना न्यूजपेपर और टीवी में खुद को देखे नहीं रह सकते थे.”


गौरतलब है कि साल 2005 से लगातार बिहार के उप-मुख्यमंत्री पद पर रहे सुशील मोदी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई वाली बिहार सरकार से बीजेपी ने हटा दिया है. उनकी जगह पर बीजेपी ने तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी को राज्य के उप-मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी है.


शिवानंद तिवारी ने आगे कहा, “मुझे उनसे कोई दुश्मनी नहीं है, वह मेरे छोटे भाई की तरह हैं. लेकिन, उनका व्यक्तित्व मार्ग हीनता को दर्शाता है. मैं मानता हूं कि यही वजह है कि बीजेपी नेतृत्व ने इस बार राज्य मंत्रिमंडल में उन्हें जगह नहीं दी है.”


गौरतलब है कि 243 सदस्यीय विधानसभा में एनडीए ने 125 सीटें जीती है. इनमें से बीजेपी 74 जबकि जेडीयू 43 सीटें जीतने में कामयाब रही. सोमवार को केन्द्रीय मंत्री अमित शाह और बीजेपी चीफ जेपी नड्डा की मौजूदगी में नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के लगातार चौथे कार्यकाल के लिए शपथ लीं.