Tejashwi Yadav: 'पीएम मोदी और राष्ट्रपति हिन्दू हैं, फिर हिन्दू खतरे में कैसे', तेजस्वी यादव ने साधा निशाना
Tejashwi Yadav: RJD नेता तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की तरफ से NDA सरकार के खिलाफ रिपोर्ट कार्ड जारी किया. इसमें कई मुद्दों पर नीतीश सरकार को घेरने की कोशिश की गई.
Bihar Tejashwi Yadav Report Card: बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने रविवार को बिहार और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सेना के तीनों चीफ हिन्दू (Hindu) हैं, राष्ट्रपति, पीएम मोदी (PM Modi) हिन्दू हैं, कोई सीएम मुस्लिम (Muslim) नहीं, तब बीजेपी कैसे कहती है कि हिन्दू खतरे में है. इनकी कुर्सी खतरे में है इसलिये बीजेपी ऐसी बातें कर रही है. उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में बीजेपी विधायक कह रहे थे कि मुसलमानों का वोटिंग अधिकार छीन लेना चाहिए. सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) तब चुप थे. हम लोगों के रहते कोई भी मुस्लिमों का वोटिंग अधिकार नहीं ले सकता है.
बता दें कि, संपूर्ण क्रांति दिवस (Sampoorna Kranti Diwas) के अवसर पर महागठबंधन की ओर से बापू सभागार में प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस मौके राजद, वाम दलों के नेता मौजूद थे. बिहार में हाल में हुए विधानसभा उपचुनावों में राजद व कांग्रेस का गठबंधन टूट गया था. आज के कार्यक्रम में कांग्रेस से कोई नहीं था. कांग्रेस महागठबंधन से बाहर हो गयी है. राजद से तेजस्वी यादव, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी, शिवानंद तिवारी समेत अन्य प्रमुख नेता, पार्टी के सभी विधायक, विधान पार्षद, कार्यकर्ता मौजूद थे.
रिपोर्ट कार्ड में बिहार सरकार को बताया फेल
कार्यक्रम में सभी नेताओं ने बिहार सरकार पर रिपोर्ट कार्ड जारी किया. इसमें हर मोर्चे पर बिहार सरकार को फेल बताया गया है. शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, किसानों के मुद्दे पर रिपोर्ट कार्ड के जरिये बिहार सरकार को घेरा गया. कार्यक्रम में सूचना दी गयी कि 7 अगस्त को बिहार में सभी जिला मुख्यालय में महागठबंधन के लोग महंगाई, बेरोजगारी, बुलडोजर से गरीबों के जो घर उजाड़े जा रहे हैं, उसके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे.
तेजस्वी बोले- सांप्रदायिक ताकतों के सामने घुटने नहीं टेकेंगे
तेजस्वी ने कहा कि कभी भी सांप्रदायिक ताकतों के सामने हम लोग घुटने नहीं टेकेंगे. 2020 के विधानसभा चुनाव में जनता ने महागठबंधन को जिताया था. चोर दरवाजे से बीजेपी-जदयू ने सरकार बनाई. कई सीटों पर हम लोग को हरवाया गया. बिहार में डबल नहीं ट्रबल इंजन की सरकार है. बिहार में बेरोजगारी चरम पर है. शिक्षा, स्वास्थ्य, कानून व्यवस्था चौपट है. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिला. नीति आयोग की रिपोर्ट में हर क्षेत्र में बिहार फिसड्डी है. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में कोई सिस्टम काम नहीं कर रहा है. विश्वविद्यालयों में सत्र 3-4 साल लेट हैं.
देश में जांच एजेंसियों का हो रहा दुरुपयोग
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि देश में जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. हम लोगों के यहां छापे मरवाये जा रहे हैं. लालू जी ने साफ कह दिया है की डरेंगे नहीं. तेजस्वी ने कहा कि बिहार में सरकार नागपुर से चलती है. नीतीश सीएम की कुर्सी पर हैं. लेकिन कब्जा बीजेपी का है. सीएम नीतीश कुमार आरएसएस की गोद में बैठे हैं. नीतीश कुमार बीजेपी के दवाब में हैं. पढ़ाई-कमाई-दवाई के मुद्दे पर हम आगे बढ़ेंगे. गरीबी की बात नहीं हो रही. हमलोग गरीबी खत्म करना चाहते हैं. किसानों की आय दोगुनी करना चाहते हैं. देश में विपक्ष एकजुट नहीं है. गरीबों के हित के लिये हम लोगों को एकजुट होना होगा.
दबाव के बाद जातीय जनगणना कराने का निर्णय लिया
उन्होंने कहा कि बिहार से लेकर केंद्र सरकार को घेरना होगा. हम लोगों ने दबाव बनाया तब नीतीश कुमार ने जातीय जनगणना कराने का निर्णय लिया. मुझे या मेरे परिवार को खुद को आगे बढ़ाना होता व सत्ता से मतलब होता तो मैं मुख्यमंत्री होता व बीजेपी से राजद का गठबंधन रहता. लेकिन हम लोग ऐसे नहीं हैं. हमें सत्ता से मतलब नहीं है हम जनता का हित चाहते हैं. सत्ता के लिये नीतीश कुमार बीजेपी जैसी सांप्रदायिक ताकतों के सामने झुके हुए हैं. न बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिला पाये, न विशेष पैकेज.
लालू यादव ने भी साधा निशाना
वहीं राजद प्रमुख लालू यादव (Lalu Parsad Yadav) ने कहा कि देश में तानाशाही चरम पर है. देश में भाईचारा, एकता समाप्त हो रहा है. देश में सिविल वार हो सकता है. महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी के खिलाफ हम लोग मिलकर लड़ेंगे. बता दें कि, अस्वस्थ होने के कारण कार्यक्रम में लालू यादव नहीं आए थे. उनका एक वीडियो कार्यक्रम में दिखाया गया. वीडियो के जरिये उन्होंने अपनी बात रखी.
डी राजा ने कही एकजुट होने की बात
वहीं कार्यक्रम में वामदल के डी राजा (D Raja) ने कहा कि हम लोगों को मजबूती से बिहार व केंद्र सरकार से लड़ना है. बिहार में बेरोजगारी है, यहां के लोग दूसरे राज्यों में नौकरी के लिये जा रहे हैं. हर मोर्चे पर बिहार सरकार फेल है. तेजस्वी यादव, युवा व उर्जावान नेता हैं. उनके साथ वामदल मजबूती से खड़े हैं. बिहार में बदलाव लाने की जरूरत है. केंद्र में मोदी सरकार भी काम नहीं कर रही. 2014 में मोदी ने कहा था अच्छे दिन आयेंगे. लेकिन आए नहीं. मोदी ने कहा था सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के रास्ते पर चलेंगे. लेकिन ऐसा नहीं हो रहा. अपने उद्योगपति दोस्तों को मोदी फायदा पहुंचा रहे हैं. बीजेपी, आरएसएस समाज में नफरत फैला रही है, उनको उखाड़ फेंकने की जरूरत है.
जदयू ने रिपोर्ट कार्ड और आरोपों को नकारा
वहीं जदयू के राज्यसभा सांसद व वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव के रिपोर्ट कार्ड एवं उनके आरोपों में कुछ भी दम नहीं है. न सच्चाई है. बतौर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेहतरीन तरीके से सरकार चला रहे हैं. नीतीश ने उदाहरण पेश किया कि गठबंधन की सरकार किस तरह चलायी जाती है. बिहार हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है. उन्होंने कहा कि आज महागठबंधन के सम्मेलन में कांग्रेस नहीं थी. महागठबंधन खुद एकजुट नहीं है. नीतीश सहयोगी दलों और विपक्षी दलों को भी साथ लेकर चलते हैं.
उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना को लेकर उन्होंने जो बैठक बुलायी उसमें गठबंधन दल एवं विपक्षी दल भी मौजूद थे और सर्वसम्मति से निर्णय हुआ की जातीय जनगणना होगी. नीतीश के नेतृत्व की ये खासियत है. नीतीश बीजेपी के दवाब में काम नहीं कर रहे, न नागपुर से सरकार चल रही है. नीतीश अपने तरीके से काम करते हैं. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ट्वीट करते हैं और मीडिया में बयान देते हैं. इससे कोई नेता प्रतिपक्ष नहीं हो सकता. नेता प्रतिपक्ष की भूमिका ठीक से अदा नहीं कर रहे हैं. जनता के हित के मुद्दे उठाते हैं तो जनता के बीच में भी उनको रहना चाहिए. लेकिन जनता के सुख दुख में कभी नहीं रहते हैं. बाढ़, कोरोना, चमकी बुखार इत्यादि जब भी बिहार में कोई समस्या आती है तो बाहर रहते हैं.
बीजेपी ने भी किया पलटवार
वहीं बिहार बीजेपी (Bihar BJP) के प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने भी तेजस्वी व लालू यादव पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी (Tejashwi Yadav) अपनी सत्ता चमकाने के लिये राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, तीनों सेना के प्रमुखों को किसी धर्म विशेष से जोड़कर न देखें. देश में हिंदू खतरें में इसलिए है क्योंकि आप और आपके जैसे नेता सत्ता पाने के लिये तुष्टिकरण की सियासत कर रहे हैं. एक विशेष वर्ग को खुश करने के लिये सारे हथकंडे अपना रहे हैं. लालू (Lalu Yadav) कह रहे हैं कि देश में सिविल वार हो सकता है. उनके शासनकाल में क्रूरता की हद हो गयी थी तब क्या सिविल वार (Civil War) नहीं हुआ था? देश की जनता को विकास पसंद है. देश तेजी से आगे बढ़ रहा है.
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