Rajya Sabha: आरजेडी नेता मनोज झा गुरुवार (01 अगस्त) को राज्यसभा में जब भाषण के लिए खड़े हुए तो इस दौरान उपसभापति हरिवंश नारायण ने उन्हें सिर्फ पांच मिनट बोलने को कहा.. उपसभापति के पांच मिनट बोलने और इशारा करने पर मनोज झा ने कहा, "सर जब आप पांच मिनट या तीन मिनट कहते हैं तो ऐसा लगता है कि जैसे फांसी देने से पहले अंतिम इच्छा पूछी जा रही हो."


मनोज झा (Manoj Jha) के बाद उपसभापति हरिवंश नारायण ने कहा कि ये समय तो आप ही लोग तय करते हैं. हालांकि, संसद में इस दौरान अन्य सांसद हंसते हुए दिखाई दिए. उपसभापति हरिवंश नारायण के समय तय करने के बाद मनोज झा ने ये भी कहा, 'मैं जानता हूं, आपको दोष नहीं है लेकिन हम दुखड़ा भी कहां रोएं.'


स्मार्ट सिटी से शुरू की बात


मनोज झा ने कहा, 'मैं स्मार्ट सिटी से अपनी बात शुरू करूंगा. अब ये स्मार्ट सिटी (Smart City) सरकार भी बहुत नहीं बोल रही और इनकी मुझे ये चीज अच्छी लगती है.' केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, अच्छा सा नाम रखो, उस नाम के पीछे काम ना हो तो धीरे-धीरे बोलना बंद कर दो उसके बारे में. हाल में राष्ट्रपति भवन में गणतंत्र मंडप बना. गणतंत्र का मंडपीकरण नहीं होना चाहिए. ये उचित नहीं लगता है.'


केंद्र सरकार पर कसा तंज


उन्होंने नए संसद भवन में हुई वॉटर लीकेज (water leaking in the new Parliament building) के मुद्दे का भी जिक्र किया. केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए वो बोले, 'छत से पानी टपकना और नीचे बाल्टी लगी हो, ये तो विशुद्ध भारतीयता का एहसास कराता है और ये तो पूरा हिंदुस्तानी फिल्मों का सीन है. मैं इसलिए उसके लिए शिकायत ही नहीं करूंगा.'


स्वच्छ भारत अभियान का किया जिक्र


मनोज झा ने भाषण के दौरान स्वच्छ भारत अभियान (Swachh Bharat Mission) का भी जिक्र किया. वो बोले, 'स्वच्छ भारत अभियान में गांधी जी के चश्मे को हम टांग देते हैं जबकि जरुरत तो चश्मा पहनने की थी, वहां रख देने की नहीं. गांधी का चश्मा नहीं पहन सकते क्योंकि दो परस्पर विरोधाभासी चीजें हैं गांधी और दूसरा मैं नाम नहीं लूंगा.'


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