नई दिल्लीः लद्धाख में भारत चीन सीमा पर जारी तनाव को लेकर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक बुलाई है लेकिन बैठक से पहले ही इसको लेकर विवाद भी खड़ा हो गया है . बैठक में राष्ट्रीय जनता दल को आमंत्रित नही किए जाने को पार्टी ने गम्भीरता से लेते हुए इस पर आपत्ति जताई है .


राज्यसभा में पार्टी के सांसद मनोज झा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है. मनोज झा ने लिखा है कि उनकी पार्टी बिहार विधानसभा में न सिर्फ़ सबसे प्रमुख विपक्षी पार्टी है बल्कि संख्या के लिहाज़ से सबसे बड़ी पार्टी भी है .

' आरजेडी से कम संख्या वाली पार्टी को कैसे बुलाया'
अपने पत्र में मनोज झा ने ये भी लिखा है कि नेपाल से सटे होने के चलते बिहार का रणनीतिक महत्व भी काफ़ी ज़्यादा है . ऐसे में बिहार के एक प्रमुख दल का विचार नहीं सुनना गलत है . मनोज झा ने आगे ये भी लिखा कि राज्यसभा में पार्टी के 5 सांसद हैं और ऐसे में इस आधार पर भी पार्टी को बैठक से बाहर नहीं रखा जा सकता कि उसके पास संसद में संख्या नहीं है . ये याद दिलाते हुए कि आरजेडी से कम संख्या वाली पार्टियों को भी बैठक में बुलाया गया है , मनोज झा ने पूछा कि उनकी पार्टी को क्यों नहीं बुलाया गया ? उन्होंने प्रधानमंत्री से जल्द से जल्द इस ग़लती को ठीक करने की मांग की है .

'गांधी प्रतिमा के सामने पार्टी करेगी मौन विरोध'
इस मसले पर पार्टी ने कड़ा विरोध जताने का भी फ़ैसला किया है . पार्टी ने संसद भवन प्रांगण में गांधी प्रतिमा के सामने मौन रहकर बैठक से पार्टी को बाहर रखने के फैसले का विरोध करने का ऐलान किया है . विरोध प्रदर्शन बैठक से पहले दोपहर 3 बजे करने का ऐलान किया गया है जिसमें पार्टी के दिल्ली में मौजूद सभी सांसद शामिल होंगे .

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