Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना के खिलाफ धरने पर बैठे जंयत चौधरी, कहा- PM मोदी बंद कमरों में करते हैं फैसले इसलिए हुआ नुकसान
Jayant Chaudhary Protest: आग्निपथ स्कीम को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी किसान घाट पर धरने पर बैठे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बंद कमरों में फैसले करते हैं जिसका नुकसान होता है
Jayant Chaudhary Protest: केंद्र सरकार (Central government) की सेना में भर्ती (Recruitment In Army) को लेकर नई योजना अग्निपथ (Agnipath Scheme) के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन (Protest) हो रहा है. बिहार (Bihar) में ये प्रदर्शन हिंसक हुआ और कई ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया गया (Fire in Trains) तो वहीं विपक्ष (Opposition) भी इस योजना पर सवाल उठा रहा है. अग्निपथ योजना को लेकर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) भी किसान घाट (Kisan Ghat) पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस मामले पर जयंत चौधरी का कहना है कि विरोध जायज है लेकिन इसमें हिंसा (Violence) की जगह नहीं होनी चाहिए. इसीलिए हम यहां शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मौन धारण कर रहे हैं.
जयंत ने कहा कि विरोध जायज है लेकिन हिंसा की जगह नहीं होनी चाहिए. विरोध में विनाश क्यों हो रहा है? हम यहां इसीलिए शांति पूर्व प्रदर्शन करने आए हैं. हमने मौन धारण किया है. सरकार छात्रों का सम्मान करे. आर्मी के मूल ढांचे का सम्मान करे. किसान का जुड़ाव यहां से है. इसीलिए यहां आए थे. 10 से ज्यादा ट्रेन कोच और इंजन तक में आग लगा दी. 40 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. ये संपत्ति तो देश की ही है ना.
किसान घाट पर जयंत का धरना प्रदर्शन
उन्होंने कहा कि इस जगह से प्रार्थना कर रहे हैं तभी जनता को दूर तक संदेश जाएगा कि शांति बनाए रखें. सड़क पर ना आएं. लोकतांत्रिक माध्यम से विरोध दर्ज कर सकते हैं. जब उनसे पूछा गया कि बिहार के कुछ छात्र संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है, क्या आपकी पार्टी भी इसका समर्थन करती है? तो उन्होंने कहा कि अलग-अलग तरीके से लोग अपना विरोध दर्ज कराना चाह रहे हैं, लेकिन शांति से करना चाहिए. देश के कानून और परंपराओं के दायरे में अपनी बात रखनी चाहिए. रेल मंत्री ने भी अपील की है संयम बनाए रखने के लिए, हजारों की संख्या में यात्री अलग अलग शहरों में फंसे हैं. उनसे भी कहूंगा की धैर्य बना कर रखें.
बंद कमरे में फैसले लेने की आदत से हुआ नुकसान
अगर आर्मी (Army) का मनोबल गिरेगा तो देश की अखंडता और रक्षा (Security) करने वाले लोगों का भी मनोबल गिरेगा ऐसे में सारी व्यस्थाएं बिगड़ जाएंगी. सबके ऊपर इसका असर पड़ेगा. सरकार (Government) अपना हठ छोड़े ये अग्निपथ (Agnipath) नहीं बल्कि नौजवानों (Youth) के लिए ठग्गीपथ है. पक्की नौकरी (Permanent Job) चाहते हैं बच्चे. आज हालात इतने खराब है कि बच्चे आत्महत्या (Suicide) कर रहे हैं. ये उनकी जिम्मेदारी थी कि पहले छात्रों से बात करनी चाहिए थी. संसद (Parliament) की डिफेंस कमिटी (Defence Committee) में ये मामला सामने आना चाहिए था. संसद को विश्वास में लिया जाना चाहिए था. बंद कमरे में मोदीजी (PM Narendra Modi) को फैसले लेने की आदत है. ये किसी को गंवारा नहीं और इसी का नुकसान हम सब लोग सहन कर रहें हैं.
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