मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई और अलीबाग के बीच रो-रो मोटरबोट सेवा की शुरूआत बीते रविवार से हो गई है. अलीबाग मुंबई के करीब रायगढ जिले में एक पर्यटन स्थल है. सड़क के रास्ते यहां पहुंचने में अब तक 4 घंटे का वक्त लगता था, लेकिन अब लोग अपने वाहन इस रो-रो मोटरबोट में लाद कर ये दूरी महज 45 मिनट में पूरी कर सकते हैं.
रविवार को जब मुंबई के भाऊचा धक्का मोटरबोट टर्मिनल पर नई रो-रो सेवा का लोकार्पण हुआ, तो कोरोना वायरस का डर वहां भी नजर आया. कार्यक्रम के लिए केंद्रीय जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख मंडविया तो पहुंचे लेकिन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना की वजह से, वहां न जाना ही बेहतर समझा. मंडविया के हाथों से ही रो-रो सेवा का उद्घाटन हुआ.
मुंबई के लोग अक्सर वीकेंड बिताने के लिये अलीबाग में समंदर की ओर निकलते हैं. सड़क से अलीबाग की दूरी 110 किलोमीटर है और समुद्री रास्ते से महज 19 किलोमीटर. चूंकि सड़क की हालत ठीक नहीं है, इसलिए अक्सर मुंबई से अलीबाग पहुंचने में साढ़े 3 घंटे से ऊपर का वक्त लग जाता है. अब लोग अपनी कार के साथ यही दूरी महज 45 मिनट में पूरी कर सकेंगे.
रो-रो सर्विस के लिए जो मोटरबोट लाई गई है, उसपर 145 वाहन और 500 मुसाफिर एकसाथ सवारी कर सकते हैं. इस सर्विस पर मोटरसाईकिल चढ़ाने के 200 रूपये और कार ले जाने के 800 रूपये लगेंगे. प्रति मुसाफिर न्यूनतम किराया 225 रूपये होगा. लक्जरी श्रेणी का किराया 555 रूपये रखा गया है.
रो-रो सर्विस शुरू होने के पहले दिन 240 मुसाफिरों ने इससे सवारी की और 30 कारों की ढुलाई हुई. शुरूआती वक्त में रोजाना दोनों तरफ से कुल 4 फेरियां लगाईं जाएंगी और आगे जाकर इनकी संख्या बढाई जा सकती है. मंत्री मंडविया ने इस मौके पर कहा कि सरकार मुंबई और आसपास के रास्तों को समुद्री रास्तों से जोड़ने के लिए प्रयासरत है, ताकि सड़क पर ट्रैफिक कम किया जा सके.
ये भी पढ़ें:
कैमिला कैबेलो के हवाना सॉन्ग का कोरोना वर्जन वायरल, आनंद महिंद्रा ने की लड़की की सराहना
Coronavirus Live Updates: पुणे में अस्पताल से भागा संदिग्ध निकला पॉजिटिव, पुलिस ने घेराव कर पकड़ा