नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में 2019 में सड़क हादसों में 14 प्रतिशत की कमी आई और 2018 की तुलना में बीते साल सड़क दुर्घटनाओं में 226 कम लोगों की मृत्यु हुई. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी.


पिछले साल 1,508 लोग मारे गये


आंकड़े दर्शाते हैं कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले साल 5,601 सड़क हादसे हुए जिनमें 1,508 लोग मारे गये और 4,949 अन्य घायल हो गये. जबकि 2018 में 6,517 सड़क दुर्घटनाओं में 1,734 लोगों की मृत्यु हो गयी वहीं 5,640 अन्य घायल हो गये. एनसीआरबी के 2017 के आंकड़े बताते हैं कि उस साल इन मामलों की संख्या और भी अधिक थी, जब 6,672 दुर्घटनाओं में 1,638 लोगों की जान चली गयी और 6,086 लोग घायल हो गये.


हादसों में जान गंवाने वालों में महिलाओं से अधिक पुरुष


केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले एनसीआरबी ने दुर्घटनाओं में मृत लोगों का लिंगवार भी अध्ययन किया है जिसके तहत हादसों में जान गंवाने वालों में महिलाओं से अधिक पुरुष थे और घायलों में भी पुरुष अधिक रहे. गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि एनसीआरबी की 2019 की रिपोर्ट दिखाती है कि अधिकतर राज्यों में सड़क हादसों में कमी आई है और इस सुधार के पीछे मुख्य वजह नया मोटर वाहन कानून है.


गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘देश में यातायात से जुड़े कुल हादसों में 92.2 फीसद घटनाएं सड़क हादसों की होती हैं जिनमें देशभर में कमी आई है. इसके पीछे मोटर वाहन अधिनियम जैसे कानूनों के बेहतर क्रियान्वयन को श्रेय दिया जा सकता है.’’